उनके अनुसार सम्मेलन को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय और सपा प्रबुद्घ प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज पाण्डेय संबोधित करेंगे। बहुजन समाज पार्टी ने अयोध्या से अपने ब्राह्मण कार्ड की शुरुआत कर दिया है। इसके बाद अब सपा भी इसी राह पर चलती दिखाई दे रही है। मायावती दावा कर रही हैं कि उनके कार्यकाल में ब्राह्मणों को पूरी सुरक्षा और सम्मान प्राप्त था। बीच में ब्राह्मण बीजेपी के बातों में आ गए।
23 जुलाई को बसपा ने पार्टी महासचिव सतीष चंद्र मिश्रा की अगुवाई में अयोध्या में ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने कहा कि 13 प्रतिशत ब्राह्मण और 23 प्रतिशत दलित मिल जाएं और अन्य समुदाय भी साथ आ जाएं तो अगली सरकार बसपा की होगी। इन्हीं जातीय आंकड़ों को देखते हुए अब सपा भी सम्मेलन का सहारा लेने जा रही है। बताते चलें कि 2014 लोकसभा चुनाव के बाद से ब्राह्मण वोटों का झुकाव बीजेपी की तरफ रहा है और बीजेपी इस वोटबैंक को बचाए रखने की पूरी कोशिश करती है।