ये भी पढ़ें- अखिलेश यादव अचानक सीधे पहुंचे सपा कार्यालय, आजम खां को लेकर दिया बड़ा बयान भरोसा करने से हुआ नुक्सान- लोकसभा चुनाव (Lok Sabha election) में बसपा (BSP) से गठबंधन (Alliance) से सबक मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए अपने संगठन को ठीक करना और उसके सहारे लड़ना अधिक कारगर है। हमें दूसरों पर भरोसा करने से नुकसान ही हुआ। संगठन और कार्यकर्ताओं को लगा कि दूसरों के साथ आने से हम आसानी से जीत जाएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब विधानसभा चुनाव हम अकेले ही लड़ेंगे।
ये भी पढ़ें- उपचुनाव से पहले अखिलेश का बड़ा फैसला, पार्टी संगठन में होगा बहुत बड़ा फेरबदल सपा के वोट ट्रांसफर न होने के आरोप पर अखिलेश का बयान- वहीं बसपा प्रमुख मायावती द्वारा सपा के वोट बसपा को ट्रांसफर न होने के आरोप पर अखिलेश यादव ने कहा कि अगर वोट ट्रांसफर नहीं होते तो हर सीट पर गठबंधन को 4-5 लाख वोट कहां से मिलते। वोट तो हमें खूब मिले, लेकिन वह अपेक्षित नतीजों में नहीं बदल सके।