ये भी पढ़ें- शिवपाल यादव की नई पार्टी को पहली बार लगा तगड़ा झटका, इन लोगों ने छोड़ा प्रगतिशील का साथ, थामा इस पार्टी का दामन अखिलेश ने दिया बयान- समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने सोमवार को एक बयान में कहा कि अगर कांग्रेस अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ लड़ना चाहती है तो उसे उत्तर प्रदेश में बने सपा-बसपा गठबंधन का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हमने कांग्रेस के लिए अमेठी और रायबरेली सीट पहले ही छोड़ दी है। वहीं कांग्रेस द्वारा प्रियंका गांधी वाड्रा को सक्रिय राजनीति में लाने के फैसले का उन्होंने अच्छा बताया।
ये भी पढ़ें- पीएम मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री उमा भारती के प्रति लोगों का फूंटा गुस्सा, फूंके पुतले अखिलेश के बदले सुर- अखिलेश के उक्त बयान ने फिर से सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस को जगह देने की चर्चाओं को हवा दे दी है। वैसे मायावती कांग्रेस के प्रति अपना पक्ष स्पष्ट कर चुकी हैं। भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस का भी वह मंचों से विरोध करती रही हैं। ऐसे में कम से कम वे कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाने में इच्छुक नहीं है, लेकिन अखिलेश के बदले सुर मायावती से इतर हैं। सपा अध्यक्ष पहले भी कांग्रेस का खुलकर विरोध करने से बचे हैं। वहीं अब उनका यह बयान कहीं न कहीं दिखाता है कि वे कांग्रेस के प्रति नरम हैं और पूरी तरह से गठबंधन में पार्टी को न शामिल करने के पक्ष में वो नहीं हैं।