अखिलेस यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में मरीजों, घायलों के लिए 108 और प्रसूताओं को अस्पताल लाने ले-जाने के लिए 102 एंबुलेंस सेवा शुरूआत की थी। भाजपा सरकार के सत्ता में आते ही इन सेवाओं के दुर्दिन शुरू हो गए। इसके चालकों को दिहाड़ी मजदूर बना दिया गया है। संविदा कर्मचारी आए दिन हड़ताल पर चले जाते हैं और मरीजों को जो सुविधा मिलनी चाहिए वह नहीं मिल पाती है। ऐसे में मरीजों की होने वाली मौतों के लिए जिम्मेदार भी भाजपा सरकार ही हैं।
आयुष्मान के लाभार्थियों को नहीं मिल रहा लाभ
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा, सरकार की आयुष्मान योजना भी फेल होते दिखाई दे रही है। गरीब व लाभार्थी अस्पतालों में भटकते हुए नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री का यह कहना निराधार है कि पहले मरीज इलाज के लिए भटकते रहते थे। सच तो यह है कि सपा सरकार के समय अस्पतालों में इलाज और दवाइयां मुफ्त में दी जातीं थीं। गंभीर बीमारियों कैंसर, किडनी, दिल और लीवर तक के मुफ्त इलाज की व्यवस्था भी थी। लखनऊ में कैंसर अस्पताल की स्थापना सपा सरकार ने ही की थी। सभी जांचें निशुल्क होती थीं लोकिन अब ऐसा नहीं है।