ये भी पढ़ें- मायावती ने चुनाव से ठीक पहले किया एक और बड़ी पार्टी से गठबंधन, की धमाकेदार घोषणा अखिलेश ने दिया बयान- यह बात तो जग जाहिर है कि बसपा से गठबंधन के बाद सपा के खाते में केवल 37 सीटें आई हैं, जिसके बाद से कई उम्मीदवारों के नाम काटे गए हैं। जहां बीते लोकसभा चुनाव में सपा ने अमेठी-रायबरेली की सीटें छोड़कर सभी सीटों पर चुनाव लड़ा था, वहीं अब आधे से भी कम सीटों के कारण सपा केवल कांट-छांट कर चुनिंदा उम्मीदवारों को ही मैदान में उतार पा रही है। वहीं अखिलेश यादव ने आज एक मीडिया सम्मेलन में अपर्णा यादव को टिकट न दिए जाने के सवाल पर इसी मजबूरी को जाहिर करते हुए कहा कि उनके टिकट के लिए जगह नहीं बची है।
ये भी पढ़ें- तेजप्रताप सिंह यादव के लिए राजनीतिक जमीन का फैसला जल्द, मिल सकती है यह सीट, आया यह बयान डिंपल यादव को क्यों दिया टिकट- वहीं पूर्व में मना करने के बावजूद चुनाव नजदीक आते ही डिंपल यादव को कन्नौज से टिकट दिए जाने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि डिंपल ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। मैनें सिर्फ उसमें हामी भरी है। पूर्व में चुनाव न लड़ने का फैसला भी डिंपल का ही थी।
सियासी गलियारों में कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि अपर्णा का चाचा शिवपाल सिंह यादव व भाजपा की तरह रुझान भी उन्हें टिकट न दिए जाने की बड़ी वजह है। फिलहाल अखिलेश ने वजह का खुलासा कर दिया गया है।