राजधानी लखनऊ में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि हमारे सामने बड़ी लड़ाई है। 2019 में लोकसभा चुनाव और 2022 में विधानसभा चुनाव है। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई भाजपा से है और समाजवादी ही उन्हें कड़ी चुनौती देने की ताकत रखते हैं। डॉ. राममनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, जनेश्वर मिश्र और मोहन सिंह को याद करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि इस समय समाज में बंटवारा करने की साजिश रची जा रही है। किसान, नौजवान, महिला एवं गरीब किसी के साथ न्याय नहीं हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपाई जादू टोना जानते हैं। मैं उस रास्ते पर नहीं जा सकता। मैैं सिर्फ विकास जानता हूं। समाजवादी सरकार बनने पर हम फिर उत्तर प्रदेश का विकास करेंगे। अखिलेश ने कहा, भाजपा ने प्रदेश का विकास अवरुद्ध कर दिया है। सबका साथ, सबका विकास के नाम पर धोखे की राजनीति हो रही है। छह माह में प्रदेश काफी पीछे चला गया है। प्रदेश में लगातार क्राइम हो रहे हैं। हत्याएं, लूट, बलात्कार की घटनाएं बढ़ गई हैं। वहीं, गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में हुई बच्चों की मौतें और सरकार ने पीडि़त परिवारों की मदद तक नहीं की। सपा अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है तो वित्तीय कुप्रबंधन से देश की जीडीपी में गिरावट आ गई है।
श्रद्धांजलि सभा में स्व. मोहन सिंह की पुत्री कनक लता सिंह, सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सांसद किरनमय नंदा, नेता प्रतिपक्ष विधानसभा राम गोविंद चौधरी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, नेता विधान परिषद अहमद हसन, सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, बलवंत सिंह रामूवालिया समेत बड़ी संख्या में समाजवादी मौजूद रहे।