हर सीमा पर 8 दरोगा और 30 सिपाही तैनात लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सील की गई हर सीमा पर दो प्रभारी निरीक्षक, आठ दारोगा, 30 सिपाही और एक प्लाटून पीएसी बल तैनात किया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि शनिवार को राजधानी पहुंचे श्रमिकों को सुरक्षा के मद्देनजर शकुंतला मिश्र विवि ले जाया गया और वहां से उन्हें उनके गंतव्य स्थान रवाना किया गया। रविवार से राजधानी की सीमा पर आने वाले लोगों को अलग- अलग स्थानों पर एकत्र किया जाएगा। इसके बाद उनके लिए साधन की व्यवस्था की जाएगी, जिससे सभी अपने घर पहुंच सके।
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर रोके गए सैकड़ों मजदूर सीमाएं सील होने से श्रमिक परेशान हैं। आलम ये है कि कानपुर से गुजरने वाले एनएच-2 पर करीब 10 किलोमीटर तक लंबा जाम लगा रहा। जाम की वजह से यहां बड़ी संख्या में वाहन फंसे हैं। अपने घर जाने के लिए निकले प्रवासी श्रमिक और उनके परिवारों की 8-10 घंटों तक जाम में फंसे होने के कारण हालत खराब है। यह जाम उन्नाव बॉर्डर सील होने के कारण लगा है।
राज्य सरकार ने कहा है कि मजदूरों को पैदल, दोपहिया या ट्रक से प्रवेश नहीं करने दिया जाए। उन्होंने इसे लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। मगर इसके बाद भी श्रमिकों का पैदल या ट्रक से अपने घर जाना थम नहीं रहा। रविवार सुबह पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से आए मजदूर सहारनपुर सीमा (सहारनपुर- अंबाला हाईवे) और दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंंच गए। लेकिन प्रशासन ने इन्हें उत्तरप्रदेश में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी। इन्होंने पुलिस से पैदल ही घर की तरफ जाने देने की गुजारिश की। हालांकि, पुलिस ने साफ इनकार कर दिया।