ये भी पढ़ें- जानिए श्री राम मंदिर ट्रस्ट में किसे और क्यों किया गया शामिल, इनका रहा है राजनीति से वास्ता शिष्य ने की पुष्टि- नृत्य गोपाल दास के शिष्य आनंद ने इस पर कहा कि हम लोगों की बात होम मिनिस्ट्री से हो रही है। नृत्य गोपाल दास भाजपा नेताओं से मिले हैं। इससे पहले नाराज नृत्य गोपाल दास ने एक बयान में कहा है कि ट्रस्ट में अयोध्या के संतों के साथ अन्याय हुआ है। ट्रस्ट में शामिल लोगों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब राम मंदिर वे लोग बनाएंगे, जिन्हें कुछ भी पता नहीं है।
भाजपा नेता के प्रवेश पर लगाई रोक-
ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास का नाम न होने की वजह से संतों के एक गुट की नाराजगी खुलकर सामने आ गई। मणिराम दास छावनी में गुरुवार को अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा को प्रवेश से रोक दिया गया। इसके साथ ही राजनीतिक खेमे में भी हड़कंप मच गया है।
ट्रस्ट में कुल 15 सदस्यों में से नौ स्थायी जबकि छह सदस्य नामित होंगे। यहीं ट्रस्ट अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण करवाएगा। जारी सूची में फिलहाल नौ ट्रस्टी के नाम शामिल हैं। ट्रस्ट में बाकी और कौन सदस्य शामिल होंगे इनके नाम स्थानीय संतों और प्रशासन की सहमति के बाद तय किए जाएंगे। सदस्यों का चयन उनकी योग्यताओं के आधार पर केंद्र व राज्य सरकार करेगी। वहीं ट्रस्ट दो संतों के लिए भी स्थान है। ट्रस्टी बोर्ड ऑफ के ट्रस्टी द्वारा यह नामित होंगे, जो हिंदू धर्म का होंगे। संभावित हैं कि महंत नृत्यगोपाल दास को इसमें समायोजित किया जाए। इनके अतिरिक्त चंपत राय को भी इसमें शामिल किया जा सकता है।