यूपीएमएसआरए के जिला इकाई के अध्यक्ष अरुण सिंह ने इस अवसर पर कहा- केंद्र सरकार द्वारा लेबर कानूनों में किये ये बदलावों के कारण नौकरियां असुरक्षित हो गयी हैं ।प्रबंधन की “हायर एवं फायर” की नीतियों के चलते अनेक ट्रान्सफर और टर्मिनेशन हुए हैं। इस अवसर पर जिला इकाई के सचिव राहुल मिश्रा ने कहा – यह एक कठिन दौर है । दवा कम्पनियां लॉक डाउन का हवाला देते हुए कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं। वर्क फ्रॉम होम की नयी व्यवस्था ने काम के घंटों में बदलाव कर दिया है। नौकरी जाने का डर, काम के अधिक घंटों ने दवा प्रतिनिधियों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित किया है | इसलिए हम सभी को एकजुट होकर आंदोलन करना है।इस क्रम में सभा में आयोजित सभी लोगों द्वारा आन्दोलन करने का प्रण लिया गया।
कार्यक्रम के अंत में यूपीएमएसआरए की नयी कार्यकारिणी का चुनाव किया गया जिसमें अभय तिवारी अध्यक्ष, राहुल मिश्र सचिव और कपिल देव यादव कोषाध्यक्ष सर्वसम्मति से निर्वाचित हुए। सभा में लगभग 100 दवा प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया ।