जिठानी ने उनके समर्थन में जनसभा किया था अपर्णा यादव जिस तरह से मंच पर आईं उससे यह साफ हो गया है कि वह अब समाजवादी पार्टी यानी अखिलेश यादव के साथ नहीं बल्कि चाचा शिवपाल यादव के साथ हैं। बतादें कि अपर्णा यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा 2017 के चुनाव में सपा के टिकट पर लखनऊ के कैंट विधानसभा का चुनाव लड़ा था। इस दौरान अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव यानी अपर्णा की जिठानी ने उनके समर्थन में जनसभा किया था। लेकिन अपर्णा यादव ने जिस तरह से आज शिवपाल के रैली में सभा को संबोधित करते हुए कहा उससे यह स्पष्ट हो गया है कि अब वह समाजवादी पार्टी के साथ नहीं बल्कि चाचा शिवपाल के प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के साथ हैं।
40 से अधिक छोटे दलों का भी समर्थन था उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी से अलग होकर शिवपाल सिंह यादव ने अपना अलग राजनीतिक दल बनाया, जिसका नाम प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया रखा। शिवपाल यादव ने रविवार को अपनी पहली रैली के जरिए राजनीतिक ताकत का अहसास कराया। जनाक्रोश रैली में भारी भीड़ जुटने का दावा किया गया। शिवपाल की रैली को सेक्युलर मोर्चा के बैनर से जुड़े 40 से अधिक छोटे दलों का भी समर्थन था।