धार्मिक स्थलों का ब्योरा जुटाएंगे गौरतलब है कि उप्र में अभी तक 1.48 लाख पोलिंग बूथ हैं जिस पर अमित शाह की सीधी नजर है। पहले भी भाजपा बूथवार कमेटियों का गठन कर काम करती रही है। लेकिन इस बार हर कमेटी में कम से कम 21 सदस्य को जोड़ा जा रहा है। जिसमें अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष, एक सचिव और बूथ स्तरीय एजेंट शामिल होंगे। पहली बार बूथ कमेटियों को जातिवार और धार्मिक आंकड़े जुटाने का लक्ष्य दिया गया है। पार्टी के कुछ कार्यकर्ता बूथ स्तर पर अनूसचित जाति,जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग का डाटा एकत्र करेंगे तो कुछ अपने बूथ में आने वाले धार्मिक स्थलों का ब्योरा जुटाएंगे। इसके लिए रसूखदार लोगों के नाम, मोबाइल नंबर और उनका पेशा आदि पूछा जा रहा है। इन्हें एक सीट में भरा जा रहा है। बताया जा रहा है कि इसके बाद इस डाटा को कंप्यूटर में फीड किया जाएगा।
40 लाख को जोडऩे की योजना
16 से 25 अगस्त के बीच बूथ सेलेक्शन कमेटी की बैठक होगी। पार्टी का लक्ष्य है कि बूथ प्रबंधन कमेटी कम से कम 29 लाख कार्यकर्ताओं की टीम बनाये। जबकि ब्लॉक और जनपद स्तर पर 11 लाख लोगों को साथ लेते हुए करीब 40 लाख कार्यकर्ताओं को इस बीच जोडऩे की योजना है।
जेएस राठौर, भाजपा, उपाध्यक्ष उप्र