प्रसाद ने बताया कि ऐप के माध्यम से शुक्रवार तक जिन लोगों को अलर्ट आए थे, स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष से उन सभी को फोन किया गया। विभाग ने अभी तक 30, 994 लोग को फोन किया है। इनमें से 82 लोग ने बताया कि वे संक्रमित हैं और विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। 45 ने बताया कि वे संक्रमित थे लेकिन इलाज के बाद अब संक्रमण मुक्त हैं। 1079 लोग ने बताया कि वे पृथक-वास में हैं।
आशा कार्यकर्ताओं ने तकरीबन 7 लाख कामगारों का किया सर्वेक्षण प्रमुख स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर 7,44,821 प्रवासी कामगारों का सर्वेक्षण किया है। इनमें से 844 लोग में कोविड-19 के लक्षण दिखने पर उनके नमूने जांच के लिए भेजे गए। जबकि सर्वेक्षण के दौरान जिनमें कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं, उन्हें घर में ही 21 दिन के पृथक-वास में रहने को कहा गया है।