ये भी पढ़ें- लॉकडाउनः यूपी में पैदल, दो पहिया वाहन व ट्रक से एंट्री पर रोक, सरकार का आदेश जारी अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सड़क दुर्घटना में प्रवासी श्रमिकों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मरने वाले मजदूरों के परिवार को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल मजदूरों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। पीड़ितों को हरसंभव राहत प्रदान करने और सभी घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।
ये भी पढ़ें- इन 5 जिलों में फंटे कोरोना बम, एक साथ कहीं मिले मिले 7 को कहीं 6 संक्रमित, अधिकांश प्रवासी मजदूर खुद तो बच गए, लेकिन खो दिया भाई-भतीजे को- हादसे में चोटिल हुए उमेश कुमार कालिंदी का कहना है कि वह जागा हुआ था, इसलिए हादसा होते ही कूद कर उसने जान बचा ली। लेकिन साथ में सफर कर रहे अपने भाई और भतीजे को नहीं बचा सके। वह जयपुर में प्रवासी मजदूर के तौर पर काम करते थे। लॉकडाउन के कारण उसे अपने घर झारखंड जाना था। सरकारी बस की सहायता तो मिली लेकिन यूपी-राजस्थान बॉर्डर तक। वहां हमें रोक लिया गया। बाद में एक ट्रक गुजरता देखा। ट्रक में चूने के कई बोरियां लदी हुई थी, लेकिन घर जाना ही था, सो सवार हो गए। सुबह 3.30 पर जब सभी सो रहे थे, तभी ट्रक अनियंत्रित हो गया और पास में खड़ी डीसीएम से टकरा गया।