शिवपाल यादव ने कहा कि, लोकतंत्र में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का अधिकार सभी को है, यही लोकतंत्र की ताकत है, बड़ी सी बड़ी समस्याओं को बातचीत के द्वारा हल किया जा सकता है, राजनीतिक प्रक्रियाओं के दमन और लाठीचार्ज के लिए लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है । प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान विरोधी बिल, श्रम कानूनों, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ आज लखनऊ में प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने जबरदस्त बलप्रयोग करते हुए लाठीचार्ज भी किया, जिसकी वजह से बहुत से नेताओं कार्यकर्ताओं को चोटें आई। पुलिस ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस के पास बैरिकेडिंग लगाकर प्रसपा कार्यकर्ताओ लोगों को रोक लिया। सुबह से ही प्रदेश भर से पीएसपी कार्यकर्ताओं का पार्टी कार्यालय पहुंचना शुरु हो गया था। कार्यकर्ता मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के लिए प्रदेश के अलग-अलग जिलों से पीएसपी कार्यालय पहुंचे थे। प्रसपा के कार्यकताओं का कहना था कि वे लोग सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ पहुंचे थे।
किसान विरोधी बिल, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर सीएम योगी को ज्ञापन देना था लेकिन योगी सरकार ने लाठियां दी। लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। सरकार से अपनी बात कहने पहुंचे कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाई गई है। जनता के हित मे हमलोग सड़को पर फिर उतरेंगे। प्रसपा छात्र सभा प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सिंह यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। फिर हिरासत में लेकर इको गार्डन पहुंची।