समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपाई कार्यकर्ताओं के गुंडाराज की एक और शर्मनाक घटना में कानपुर देहात के मांगटा गांव में दलितों को जमकर पीटा गया जिसमें 23 दलित जख्मी हुए हैं। प्रदेश में पुलिस को अपनी रक्षात्मक भूमिका के विपरीत कार्य करने को बाध्य किया जा रहा है। हम इस लड़ाई में हर कदम दलितों के साथ हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्ववीट करते हुए कहा कि कानपुर देहात के मांगटा गांव में भीमकथा कर रहे दलितों पर दबंगों ने हमला किया। कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं। शब्बीरपुर हो, मंगटा की घटना हो भाजपा सरकार ने पीड़ित परिवारों की कोई सुनवाई नहीं की। भाजपा ने संविधान पर हमला बोला हुआ है और अब बाबासाहेब की कथा करने पर भी हमला हो रहा है।
कानपुर देहात के मंगटा में पीड़ितों से मिले कांग्रेसी, महिलाओं ने रो-रोकर बयां किया अपना दर्द
क्या है पूरा मामलामंगटा गांव किनारे गौतम बुद्ध पार्क में 8 फरवरी को कथा पूजन कराया गया था। इसके बाद भीम शोभा यात्रा निकाली जानी थी। तय समय पर सुबह लोग शोभा यात्रा निकाल रहे थे। इस बीच अनुसूचित जाति व क्षत्रिय बिरादरी के लोगों में विवाद हो शुरू हो गया। दोनों ओर से पथराव व मारपीट होने से अफरा-तफरी मच गई और छह से अधिक लोग जख्मी हो गए। गांव में तनावपूर्ण हालात बन गए, जिसके बाद गुस्साए लोगों ने एक मकान में भी आग लगा दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया।
पुलिस की तरफ से बताया कि ग्राम मंगटा में हुई घटना में दो पक्षों के बीच मारपीट हुई, जिसमें एक पक्ष के कुछ लोगों को चोटें आईं। इस प्रकरण में मुकदमा अपराध संख्या 78/2020 धारा 147, 148, 149, 452, 336, 354 ख, 323, 324, 325, 504, 506 भादवि और एससी एसटी एक्ट का मामला दर्ज किया गया। यह घटना 13 फरवरी 2020 को हुई। इस प्रकरण में पुलिस अभी तक कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस का कहना है कि ये घटना एक मामूली विवाद के चलते हुई। भीमकथा 8 फरवरी को ही संपन्न हो गई थी। गांव में पूरी तरह शांति है।