महेवा ब्लाक प्रमुख के लिए हुए मतदान में समाजवादी पार्टी की निर्णायक भूमिका उस समय देखने को मिली जब ठीक ढाई बजे सपा के निवर्तमान ब्लाक प्रमुख अपने अन्य छह साथियों के साथ मतदान करने पहुंचे। वहीं दो बीडीसी सदस्य मतदान करने नहीं पहुंचे। इसके बाद यही सपा के बीडीसी ही निर्णायक भूमिका में भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष अशोक चौबे के जीत का कारण बन गए।
इस मतदान में दोनों प्रत्याशियों के द्वारा भले ही जीत का दाबा किया जा रहा हो लेकिन इस उपचुनाव में एक नजारा तब देखने को मिला। जब समाजवादी पार्टी के निवर्तमान ब्लाक प्रमुख प्रमोद यादव अपने बीडीसी साथी सुनील यादव खितौरा, अंशू चौहान नबादा व बड़े लला यादव दुर्गापुरा, अनुज चौहान बहादुरपुर व अभय यादव मडौली, नागेन्द्र सिंह इंगुर्री जैसे ही दोपहर करीब ढाई बजे मतदान करने के लिए पहुंचे। तब तक 97 बीडीसी सदस्यों द्वारा मतदान किया जा चुका था। जैसे ही यह 7 बीडीसी सदस्य मतदान करने पहुंचे तो लोगों ने आंकलन लगाना शुरू कर दिया था और इसके बाद 104 बीडीसी सदस्यों का मतदान होने के बाद महज दो बीडीसी सदस्य राजू पांडेय परशुपुरा व पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया की पूर्व ब्लाक प्रमुख पत्नी बीनेश कठेरिया का मतदान होना बाकी रह गया।