बीजेपी सांसद कौशल किशोर शर्मा ने सीएम योगी को लिखे पत्र में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और बलरामपुर अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। डॉक्टर और अस्पताल कर्मचारियों के रवैये पर पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा है कि अस्पतालों में बेड भी खाली हैं और ऑक्सीजन की व्यवस्था भी है। इसके बावजूद यहां के स्टाफ मरीजों को भर्ती करने में आनाकानी कर रहे हैं, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। बिना ऑक्सीजन के मरीज तड़प रहे हैं। शिकायती पत्र में उन्होंने यह भी कहा कि अगर बिना इलाज के किसी अस्पताल के बाहर मरीज की मौत होती है और अस्पताल में बेड छह घंटे से अधिक खाली रहता है तो संबंधित जिम्मेदार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
केजीएमयू के कुलपति डाॅ. विपिन पुरी के अवकाश पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि पांच अप्रैल को कुलपति कोरोना संक्रमित हुए और 17 अप्रैल तक छुट्टी लेकर क्वारंटाइन थे। ठीक होते ही आठ मई तक फिर अवकाश पर चले गए। बताते चलें कि कौशल किशोर के बड़े भाई महावीर प्रसाद का दो दिन पहले ही कोरोना से निधन हो गया। इसके बाद उन्होंने सीएमओ द्वारा मरीजाें को रेफरल लेटर देने केा गलत बताया था। इसके पहले 17 अप्रैल को भी उन्होंने ट्वीट कर व्यवस्था पर सवाल उठाया था।
उधर सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने भी कोरोना मरीजों के इलाज में आ रही समस्याएं गिनाते और हालात से अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री से इन्हें दूर करने की गुहार लगाई है। चिट्ठी के जरिये बताया है कि मेरठ के सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। यहां रोजाना 35 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है, लेकिन 10 टन ही आपूर्ति हो पा रही है। उन्होंने मांग किया है कि मेरठ में ऑक्सीजन बेड की कमी को जल्द पूरा किया जाय।