खारिका प्रथम वार्ड से बीजेपी के टिकट पर नगर निकाय चुनाव लड़ रहीं पूनम मिश्रा ने भारी बहुमत से जीत हासिल की है। यहीं नहीं उनके सामने सपा, बसपा, कांग्रेस से लेकर निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा सकें। इस खारिका प्रथम वार्ड से कांग्रस से तबस्सुम निशा दूसरे नंबर पर रहीं। वहीं बसपा से पुष्पा देवी चौथे नंबर पर रहीं। इसके अलावा सपा की उम्मे कुलसुम व आम आदमी पार्टी से नरगिस बानो क्रमश: पांचवे और ग्यारहवें नंबर पर रहें। इसके अतिरिक्त अन्य निर्दलीय प्रत्याशी भी अपनी जमानत नहीं बचा सकें।
यूपी में बीजेपी की स्थिति और हुई मजबूत
नगर निकाय चुनाव में भाजपा एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। प्रदेश में 16 मेयर पद पर भाजपा के 14 प्रत्याशी जीते हैं। वहीं दो मेयर प्रत्याशी बसपा के रहें। वहीं नगर पालिका पार्षद, चेयरमैन, सदस्य, नगर पंचायत सदस्य व अध्यक्ष पदों पर भी भाजपा सबसे आगे रही।
100 साल बाद लखनऊ को मिली महिला मेयर
यूपी की राजधानी लखनऊ को करीब 100 साल बाद संयुक्ता भाटिया के रुप में पहली मेयर मिली हैं। बीजेपी के टिकट पर मैदान में उतरी संयुक्ता भाटिया ने अप्रत्याशित जीत दर्ज की। उन्होंने समाजवादी पार्टी की मीरा वर्धन को 1,31,356 वोटों से करारी शिकस्त दी।
जाने कौन हैं संयुक्ता भाटिया
लखनऊ की नवनिर्वाचित पहली महिला मेयर संयुक्ता भाटिया का परिवार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) से जुड़ा हुआ है। संयुक्ता के पति सतीश भाटिया लखनऊ कैंट से दो बार भाजपा से विधायक रहे हैं। सतीश भाटिया ने ही पहली बार इस सीट पर बीजेपी को 1991 में जीत दिलाई थी। वहीं संयुक्त भाटिया के बेटे प्रशांत भाटिया आरएसएस के विभाग कार्यवाह (लखनऊ विभाग) हैं।