उन्होंने कहा कि कभी सूखे की मार और पेयजल के लिए तरसने वाले बुंदेलखंड में दशकों से लंबित सिंचाई परियोजनाएं पूरी हुई हैं, तो आजादी के अमृत वर्ष में जल जीवन मिशन के माध्यम से हर घर नल का सपना भी पूरा होने जा रहा है। बुंदेलखंड में डिफेंस कारिडोर के माध्यम से औद्योगिक विकास की नई राह बनी है।
यही नहीं, बुंदेलखंड के प्राचीन दुर्गों/किलों का जीर्णोद्धार कराते हुए उन्हें पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने की मंशा भी जाहिर की। बता दें कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाले झांसी के 08, बांदा के 04, जालौन के 02, ललितपुर के 07, हमीरपुर के 03, महोबा के 05 और चित्रकूट के 02 किलों को पर्यटन के ²ष्टि से विकसित करने के लिए खास कार्ययोजना तैयार की है। ऐतिहासिक मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक की मदद और प्रकृति व प्रगति के समन्वय के साथ उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भरता का लक्ष्य प्राप्त करेगा।