एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात अब तक मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश की नदियां के लगातार उफान पर रहने से पूर्वी उत्तर प्रदेश में हजारों गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। राहत और बचाव वाराणसी, बलिया, गाजीपुर के साथ प्रयागराज में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें लगाई गई हैं। राहत का काम युद्ध स्तर शुरू कर दिया गया है। पूर्वांचल में बाढ़ की स्थिति में कोई सुधार नहीं है। गाजीपुर में गंगा नदी खतरे निशान के करीब एक मीटर ऊपर बह रही है। जिससे करीब दो सौ गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। गंगा व सहायक नदियों में बढ़ाव जारी है। प्रयागराज व वाराणसी में गंगा नदी खतरे का निशान पार बह रही है। प्रयागराज में यमुना उफान पर है। इसके अलावा वरुणा, राप्ती, शारदा और घाघरा नदियों का पानी हजारों बस्तियों में घुस गया है।
बलिया भी बाढ़ से हुआ प्रभावित सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक बलिया में 135 गांवों के लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। गंगा प्रति घंटा आधा सेमी की रफ्तार से बढ़ रही है। गंगा जलस्तर 60 मीटर दर्ज किया गया। मीरजापुर में गंगा जलस्तर गुरुवार को खतरे का निशान पार हो सकता है। गाजीपुर में बाढ़ से करीब 60 से अधिक गांव प्रभावित हैं। गंगा जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। चंदौली में गंगा खतरे के निशान को पार कर गई है। कर्मनाशा, चन्द्रप्रभा और गड़ई नदियां भी उफान मार रही हैं।