अभ्यर्थियों ने राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में लिखा कि सरकार द्वारा निर्धारित मानक 65 और 60 फीसदी को पूरा करते हैं। इसके अलावा 69500 शिक्षक भर्ती के जो रिक्त स्थान रह गए हैं जो कि करीब 22000 हैं और जिनका मानक 45 और 40 फीसदी को पूरा करने की मांग कर रहे हैं।
पिछले चार माह से जारी है धरना-प्रदर्शन अभ्यर्थियों ने अपने पत्र में बताया कि पिछले चार महीने से लखनऊ में एससीईआरटी कार्यालय स्थित पानी की टंकी पर चढ़कर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन यूपी सरकार ने बात नहीं सुनी और कई बार पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर करीब 61 अभ्यर्थियों को जेल भेजा है। राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में अभ्यर्थियों ने गिरफ्तार किए गए अभ्यर्थियों को छोड़े जाने की मांग भी की है।
राष्ट्रपति और राज्यपाल से लगाई इच्छा मृत्यु की गुहार राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में अभ्यर्थियों ने बताया कि धरना-प्रदर्शन करते हुए चार माह से अधिक समय हो गया है, जिससे योग्य अभ्यर्थी हताश और निराश हैं। इसके अलावा पुलिस प्रशासन द्वारा शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित भी हो रहे हैं। अभ्यर्थियों ने राष्ट्रपति और राज्यपास से मांग की है कि हम अभ्यर्थियों पर दया करें या अन्यथा की स्थिति में हमें इच्छा मृत्यु प्रदान करें।
अभ्यर्थियों ने पुलिस पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप 45 अभ्यर्थियों ने राज्यपाल को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की। 68500 की रिक्त 22000 सीट 69000 भर्ती में जोड़ी जाए इसको लेकर लिखा राष्ट्रपति और राज्यपाल को पत्र। पत्र में भर्ती में न्याय देने अन्यथा इच्छा मृत्यु देने की लगाई गुहार। 4 महीने से अभ्यर्थी लखनऊ में एससीईआरटी कार्यालय स्थित पानी की टंकी पर चढ़कर कर रहे हैं धरना प्रदर्शन। मांग ना मानी जाने तथा पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर 61 अभ्यर्थियों को जेल भेजे जाने से भी है नाराजगी।