ये भी पढ़ें- हीटर पर आग ताप रहे हैं तो हो जाएं सावधान, जा सकती है जान यूपी गौ सेवा आयोग के अतिरिक्त सांख्यिकीय अधिकारी अमित कुमार गुप्ता ने कहा कि यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों के बीच देशी गाय की नस्लों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगा। इस कदम से किसानों की आय बढ़ाने में भी मदद मिलेगी, जो गायों के दूध से बने उत्पादों को बेच सकेंगे। आयोग के साथ विशेष ड्यूटी (ओएसडी) के अधिकारी शिव ओम गंगवार ने इस बात की पुष्टि की। अयोग का नेतृत्व यूपी बीजेपी के दिग्गज नेता श्याम नंदन सिंह कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें- 2020 में अपराधियों पर कहर बनकर टूटी यूपी पुलिस, किसी की संपत्ति कुर्क, कहीं चला बुलडोजर, देखें लिस्ट अयोग अधिकारी ने कहा कि छात्रों के अलावा, इस पहल से किसानों को गायों को पालने के लिए नए कौशल और प्रौद्योगिकी-सहायता के तरीकों को विकसित करने में मदद मिलेगी, जिससे अधिक उत्पादन होगा। अयोग अधिकारी ने कहा कि गायों की देसी नस्लों के कृषि, स्वास्थ्य, सामाजिक और पर्यावरणीय महत्व के बारे में युवाओं को शिक्षित करने की आवश्यकता है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने अनुमोदन के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को अपने परिसर में कामधेनु अध्यक्ष स्थापित करने का प्रस्ताव भेजा है।