पुण्य कर्मों के उदय होने पर ही शुभ कार्य का बनता है योग
लखनऊPublished: Jul 13, 2019 11:32:03 am
दीपक बुझने लगता वह उसमें घी डाल देती।
लखनऊ। चारबाग दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे प्रवचन में शुक्रवार को मुनि श्री 108 विशोक सागर जी महाराज ने कहा कि पुण्य कर्मों का उदय होने पर ही शुभ कार्य करने का योग होता है धर्म प्रभावना होती है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति ने एक बार यह नियम लिया की जब तक दीपक जलेगा तब तक सामायिक करेगा और उसने सामायिक को प्रारंभ किया जब दीपक बुझने लगा तब उसकी धर्म पत्नी ने देखा कि मेरे पति भगवान की आराधना कर रहे हैं और उनकी आराधना में कोई विघ्न न पड़े इस लिए जैसे ही दीपक बुझने लगता वह उसमें घी डाल देती।