भाजपा नेताओं ने की राहुल गांधी की आलोचना
बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी का एक नया अंदाज देखने को मिला। राहुल गांधी ने अपने भाषण में मोदी सरकार पर हमला करने के बाद कहा कि मैं आपके लिए पप्पू हूं। लेकिन मेरे दिल में आपके लिए बिल्कुल भी नफरत नहीं है। इसके बाद वे अपने सीट से उठकर पीएम मोदी के पास चले गए और उन्हें गले लगा लिया। इस पर भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी की आलोचना की। भाजपा सांसद सुब्रह्मणयम स्वामी ने तो राहुल गांधी को बुद्धू बताते हुए कहा कि पीएम मोदी को उन्हें गले नहीं लगने देना चाहिए था। रूस और कोरिया में जहरीली सुई चुभोने के लिए इस तरीके का प्रयोग किया जाता है।
योगी से गले मिलने के लिए 10 बार सोचेंगे राहुल
दरअसल, जब सीएम योगी से पूछा गया कि अगर राहुल गांधी उनसे गले मिलना चाहेंगे तो वह क्या करेंगे, क्या उनसे गले मिलेंगे? तो इसके जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह इस तरह से स्टंट स्वीकार नहीं करते हैं। राहुल गांधी अगर मुझसे गले मिलना चाहेंगे तो पहले वह 10 बार सोचेंगे। इसके साथ ही कहा कि राहुल गांधी के पास अपनी बुद्धि और विवेक की जगह दूसरों के विवेक और बुद्धि से काम करते हैं। वहीं राहुल गांधी को विपक्षी गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर सीएम योगी ने उलटा सवाल किया कि क्या मायावती और अखिलेश क्या राहुल गांधी को उम्मीदवार मानेंगे। क्या शरद पवार राहुल गांधी के कमान के अंडर काम करेंगे। इसके साथ उन्होंने पूछा, ‘विपक्षी गठजोड़ का नेता कौन है?’
सीएम योगी ने किया यह सवाल
सीएम योगी ने राहुल गांधी पर जमकर हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी जब कोई दूसरे के कहे अनुसार काम करते हैं तो किसी भी तरह की हरकत कर सकते हैं। इसके साथ ही सीएम योगी ने राहुल गांधी को विपक्षी गठबंधन की ओर से पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने की बात पर भी तंज कसते हुए कहा कि क्या मायावती और अखिलेश इस बात पर सहमत होंगे? क्या शरद पवार राहुल गांधी के अधीन काम करेंगे? अभी तो पता ही नहीं चल रहा है कि विपक्षी गठबंधन का नेता कौन है।