सीएम से शहीद सुबोध का पत्नी, बेटे और पत्नी ने मुलाकात की। मुलाकात के दौरान प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग, डीजीपी ओ। पी। सिंह और विधायक सतपाल मौजूद रहे। वहीं मंत्री रीता बहुगुणा जोशी भी सीएम आवास पर मौजूद रहीं।
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा…
यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, ‘इंस्पेक्टर सुबोध सिंह ने आज मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उन्होंने न्याय का आश्वासन दिया है। इस मामले में हाई लेवल जांच का आदेश दिया गया है।’ बता दें सीएम योगी पहले ही इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद, असाधारण पेंशन और परिवार के एक सदस्य के सरकारी नौकरी देने की घोषणा कर चुके हैं।
इससे पहले बुधवार को प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग इंस्पेक्टर सुबोध के पैतृक गांव पहुंचे थे, उन्होंने सीएम के संदेश के साथ 40 लाख रुपये का चेक सुबोध की पत्नी को दिया था। बुधवार दोपहर करीब दो बजे जिले के प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग थाना जैथरा के गांव तरगवां पहुंचे थे। प्रभारी मंत्री के समक्ष लोगों ने अपनी अपनी बात रखी। सभी की बात सुनने के बाद प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग ने कहा कि प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार के साथ हैं। घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री घटना को लेकर गंभीर हैं। भविष्य में इस तरह की कोई घटना न हो। इसको लेकर भी अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग परिजनों के साथ इंस्पेक्टर की पत्नी रजनी और उनके दोनों बेटों से बंद कमरे में बात की। अलीगंज विधायक सत्यपाल सिंह राठौर ने बताया कि प्रभारी मंत्री ने इंस्पेक्टर की पत्नी को मुख्यमंत्री का आमंत्रण पत्र और 40 लाख रुपये का चेक दिया था।
“मेरे पति को अक्सर धमकियां मिलती रहती थीं”
सुबोध कुमार सिंह की पत्नी ने कहा था, ‘मेरे पति को अक्सर धमकियां मिलती रहती थीं। वह अखलाक केस की जांच कर रहे थे इसलिए उन पर हमला हुआ था। यह एक सोची समझी-साजिश थी।’ इससे पहले सुबोध कुमार सिंह की बहन ने भी पुलिस पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि उनके भाई को पुलिस ने मिलकर मरवाया। उन्होंने कहा था, ‘यह पुलिस की साजिश है। मेरे भाई अखलाक केस की जांच कर रहे थे इसलिए उन्हें मारा गया है। मुझे अफसोस है कि सीएम या किसी भी जनप्रतिनिधि ने हमारे परिवार से संपर्क करने की कोशिश नहीं की है।’
उन्होंने सरकार से नाराजगी जताते हुए कहा था, ‘हम पैसा नहीं चाहते हैं। सीएम सिर्फ गऊ, गऊ, गऊ चिल्लाते रहते हैं। उसी गऊ माता के लिए मेरे भाई ने जान दे दी। अब सीएम कुछ करेंगे?’ उन्होंने आगे कहा कि वह अपने भाई को शहीद का दर्जा चाहती हैं। साथ ही गांव में शहीद स्मारक भी बनवाया जाए।’
बुलंदशहर हिंसा है दुर्भाग्यपूर्ण
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुलंदशहर हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि मामले में एसआईटी का गठन कर दिया है और वह जांच कर रही है। इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। एसआईटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।