सीएम
योगी आदित्यनाथ ने यह कहते हुए डीजीपी को निर्देश जारी किया कि
जन्माष्टमी बेहद महत्वपूर्ण त्योहर है जिसको पुलिस विभाग अच्छे से मनाए।
योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से सांसद हैं साथ है वह शहर जो उनकी कर्मभूमि रही है वहां मासूम बच्चों की मौत पर भाजपा के मंत्रियों और नेताओं की संवेदनाएं मरी हुई लग रही हैं इससे जनता काफी आक्रोश में है. मं सिद्धार्थ नाथ सिंह के बयान ‘अगस्त में तो बच्चे मरते हैं ‘ के बयान पर पब्लिक का काफी गुस्सा फूटा और उनके घर पर पथराव तक हुए. अब ऐसे माहौल में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष
अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख
मायावती के निशाने पर सीएम
योगी आदित्यनाथ हैं.
गोरखपुर मामले से हुई सरकार की किरकिरी
गोरखपुर में बच्चों की मौत के बाद हो रहे बवाल से भाजपा की यूपी में किरकिरी हो रही है. सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ और मंत्री सिद्धार्थ सिंह को लेकर तमाम तरह के पोस्ट चल रही हैं. लगभग दो दिनों से सोशल मीडिया में यूपी गोरखपुर काण्ड ही छाया हुआ है. कई भाजपा समर्थक भी ऐसे पोस्ट डाल रहे हैं जिसमें वह भारतीय जनता पार्टी को वोट देने पर अफ़सोस जाहिर कर रहे हैं.
पीएम को सौंपी जायेगी रिपोर्ट
गोरखपुर मामले को प्रधानमंत्री खुद देख रहे हैं. इस घटना के जिम्मेदार और दोषी का पता लगाने के लिए टीम बनाई गई है जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। फ़िलहाल मुख्यमंत्री योगी के आदेश के बाद पुलिस विभाग बच्चों की मौत को भूल श्री कृष्णा
जन्माष्टमी का उत्सव मनाने में व्यस्त हो गए हैं.