ये भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा विधायक को तगड़ झटका, कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा, भाजपाईयों में हड़कंप लड़ चुके हैं नगरपालिका चुनाव- 46 वर्षीय सुरेश ठाकुर का कहना है उन्होंने लखनऊ विकास प्राधिकरण के साथ कांशीराम इको-गार्डन में प्लांट ऑपरेटर के रूप में काम किया था, जहां से उन्होंने 2017 में इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कर्मचारियों के संघ ‘स्मारक पार्क करमचारी यूनियन’ के नेता के रूप में भी काम किया है। मायावती के शासन के दौरान दलित स्मारकों के निर्माण में भी उन्होंने काम किया है। उन्होंने बताया कि छावनी वार्ड से उन्होंने नगरपालिका चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे।
ये भी पढ़ें- रवि किशन ने अयोध्या में आजम खां पर साधा निशाना, उनके विवादित बयान को लेकर दिया बहुच बड़ा बयान मोदी के हमशक्ल भी चुनाव मैदान में- 12 अप्रैल को मोदी की तरह दिखने वाले अभिनंदन पाठक ने लखनऊ से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था। उन्होंने वाराणसी में नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की भी घोषणा की है। पाठक ने 2014 में मोदी के लिए प्रचार किया, लेकिन अक्टूबर 2018 में उन्होंने खुद को भाजपा से दूर कर लिया और कहा कि मोदी की नीतियां जनविरोधी थीं।