सीएम ने ट्वीट में लिखा है, “यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना पर दुख जताया है और उन्होंने जिला प्रशासन को तेजी से बचाव कार्य करते हुए लोगों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या कुछ ही देर में वाराणसी पहुंचेंगे।” इसी के साथ ही सीएम योदी ने घटना पर तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। जिसको 48 घंटे के भीतर सुस्पष्ट और विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
मुआवजे का किया ऐलान- सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घटना में घायल लोगों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद उपलब्ध कराने की घोषणा की है। 8 घायलों को 50-50 हजार रुपये के चेक प्रदान करने के साथ ही उनके इलाज के उचित प्रबंध करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए हैं।
दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई- सीएम योगी ने इसी के साथ घटना की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम गठित की है, जिसमें कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आर.पी. सिंह, इंजीनियर इन चीफ सिंचाई भूपेन्द्र शर्मा एवं जल निगम के प्रबन्ध निदेशक राजेश मित्तल को नामित किया गया है। जांच टीम को इस घटना की पूरी जांच और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई प्रस्तावित करने एवं तकनीकी व अन्य सभी बिन्दुओं पर रिपोर्ट देने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है। टीम को तत्काल घटना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
पीएम मोदी ने की सीएम योगी से बात- वहीं पीएम मोदी ने भी इस दुर्घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि मैं आशा करता हूं कि जो जख्मी हैं वो जल्द ही ठीक हो जाएं। पीएम मोदी ने सीएम योगी से मामले में बात की है और तुरंत राहत कार्य को तेज करने की जानकारी दी है। इस बात की जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया ट्विटर पर दी है।
कई लोगों के मरने की है आशंका- वाराणसी में कैंट स्टेशन के सामने सड़क पर बन रहे फ्लाई ओवर का पिलर गिरा है जिसके नीचे करीब 50 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। पिलर के नीचे कई गाडिय़ां भी दब गई हैं। आज शाम को हुए इस हादसे से अफरा तफरी मच गई है। एक दर्जन से अधिक बाइक तथा कार इसकी चपेट में आ गए। पिलर इसके साथ ही दो दर्जन से अधिक लोग घायल हैं। इस दौरान भागादौड़ी और अपनी-अपनी जान बचाने की कोशिश में कई लोग गिरकर घायल भी हो गए।