हेल्थ सेंटर की संख्या बढ़ाए जाने की जरूरत- उन्होंने कहा कि विकास खंड स्तर पर सब हेल्थ सेंटर की संख्या और बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। वर्तमान में प्रदेश में 18 हजार से अधिक सब हेल्थ सेंटर संचालित हैं। जुलाई माह में 5,000 नए सब हेल्थ सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू होगी। यह लोगों को त्वरित चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने में उपयोगी सिद्ध होंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में कार्यवाही तत्काल शुरू कर दी जाए। उसे नियोजित प्रकार से लागू कराया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक केन्द्र पर स्टाफ रहे ।
सीएम ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों की सीएचसी और पीएचसी में उपकरणों की मरम्मत, क्रियाशीलता, परिसर की रंगाई-पुताई, स्वच्छता और मैन पावर की पर्याप्त उपलब्धता के संबंध में इस संबंध में जारी विशेष कार्यवाही और तेज की जाए। इसकी सतत मॉनीटरिंग हो।
निराश्रित हुईं महिलाओं की आजीविका का प्रबंध आवश्यक- मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण निराश्रित हुईं महिलाओं की आजीविका के लिए समुचित प्रबंध किया जाना आवश्यक है। निराश्रित महिलाओं के आर्थिक उन्नयन के लिए राज्य सरकार सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कराएगी। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की तर्ज पर महिला एवं बाल विकास विभाग ऐसी महिलाओं के संबंध में भी विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें। इसके अलावा, निराश्रित महिला पेंशन के लिए अर्ह महिलाओं को पेंशन वितरण के लिए ब्लॉक/न्याय पंचायत स्तर पर विशेष शिविर आयोजित किए जाएं।राजस्व विभाग द्वारा ऐसी महिलाओं को प्राथमिकता के साथ नियमानुसार पारिवारिक उत्तराधिकार लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
नदियों के जलस्तर की मॉनीटरिंग हो- सीएम ने कहा कि नदियों के जलस्तर की सतत मॉनीटरिंग की जाए। वर्तमान में लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, बाराबंकी सहित 06 जिले अतिवृष्टि से प्रभावित हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24×7 एक्टिव मोड में रखा जाए। बाढ़/अतिवृष्टि से पर प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में देर न हो। प्रभावित परिवारों को हर जरूरी मदद तत्काल उपलब्ध कराई जाए।