मुख्यमंत्री ने स्वयंसेवी संगठनों से अपील करते हुए कहा कि कहीं भी पेयजल की समस्या न होने पाए, इसके लिए सरकार के प्रयासों से स्वैच्छिक संगठनों का जुड़ाव भी ज़रूरी है। उन्होंने कहा सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ का संचालन एक पुनीत कार्य है। गोवंश, श्वान आदि के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पानी एवं छाया की व्यवस्था की जानी चाहिए।
पशु पक्षियों के लिए बर्तन में पानी भरकर रखें मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से भी अपील की है कि वे छोटे बर्तनों में पक्षियों के लिए पानी एवं दाना रखें। ग्राम पंचायतें और सभी नगरीय निकाय अपने-अपने क्षेत्र के तालाबों एवं पोखरों में पानी की व्यवस्था रखें, जिससे भीषण गर्मी के दृष्टिगत पशु-पक्षी उनका उपयोग कर सकें।
वन विभाग का अहम रोल मुख्यमंत्री ने वन विभाग को निर्देशित किया है कि जंगलों में वन्य प्राणियों के लिए पीने हेतु पानी की पर्याप्त उपलब्धता बनाये रखने के लिए विभागीय कर्मी वन क्षेत्र का नियमित भ्रमण करते रहें। भ्रमण के दौरान यदि किसी वॉटर बॉडी में पानी कम मिले, तो उसमें अतिरिक्त जल आपूर्ति के प्रबंध किए जाए। आवश्यकतानुसार नए तालाब भी खुदवाए जाएं.