प्रदेश स्तर के बाद अब जिले स्तर पर जिस टीम 11 का गठन होगा वह जिले में सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करेगी। साथ ही प्ततिदिन शासन को रिपोर्ट सौंपेगी। यह सभी समितियां राज्य मुख्यालय पर बनी समितियों की तर्ज पर ही काम करेंगीं। जिलाधिकारी सभी समितियों के अध्यक्ष तय करेंगे। सीएम योगी ने मंगलवार को कहा कि यूपी में पिछले 4-5 दिनों में कोरोना के पाॅजिटिव केसेज की संख्या बढ़ी है। जिनमें आधे से ज्यादा मामले तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं। प्रदेश में इसे हर स्तर पर रोकने के लिए भारत सरकार की मदद से प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले एक टेस्टिंग लैब थी, लेकिन अब भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश में 10 टेस्टिंग लैब सफलतापूर्वक कार्य कर रही हैं। सीएम योगी ने ‘कोविड केयर फंड’ पर कहा कि इसका उपयोग हम टेस्टिंग फैसिलिटी को बढ़ाने में करेंगे। साथ ही कोविड लेवल 1, 2, 3 के हाॅस्पिटल्स की संख्या को बढ़ाने में इसका उपयोग किया जाएगा। कोरोने से लड़ने के लिए शुरू हुए ‘उत्तर प्रदेश कोविड केयर फंड’ में कई जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ समाज के विभिन्न तबकों का व्यापक समर्थन भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सहायक उपकरणों जैसे पीपीई, एन-95 मास्क, थर्मल एनालाइजर, वेंटीलेटर्स आदि की मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया को और आगे बढ़ाने की लगातार व्यवस्था की जा रही है। साथ ही यूपी के सभी मंडलीय मुख्यालयों के डिस्ट्रिक्ट हाॅस्पिटल्स में कोरोना टेस्टिंग लैब्स की स्थापना होगी। इसके लिए प्रमुख सचिव, चिकित्सा, शिक्षा के नेतृत्व में एक कमिटी का गठन किया गया है।