प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मुख्य अतिथि होंगे। इस समिट में 10,000 से अधिक हाई-प्रोफाइल विदेशी प्रतिनिधियों की उपस्थिति और विशेष ड्रोन शो देखने को मिलेगा। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन 10-13 फरवरी 2023 को किया जाएगा।
यूपी में इतना विदेशी निवेश होने का टारगेट
योगी सरकार ने 10-12 फरवरी, 2023 तक तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान 10 लाख करोड़ रुपए के निवेश को आकर्षित करने का एक बड़ा लक्ष्य तय किया है। इस समिट के प्रभारी मुख्यमंत्री स्वयं होंगे जो संभावित निवेशकों से व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए शिखर सम्मेलन से पहले विदेश यात्रा करेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार की प्रेस रिलीज में जानकारी दी गई कि सीएम योगी के दुबई, लंदन और अमेरिका के कई शहरों – सैन फ्रांसिस्को, शिकागो और डलास जाने की संभावित योजना है। दिसंबर के अंत या जनवरी की शुरुआत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे की योजना है। अगर योजना का पालन किया जाता है तो यह पहली बार है कि योगी आदित्यनाथ खाड़ी देश और यूरोप की यात्रा करेंगे।
सीएम योगी की शिकागो यात्रा पर राजनीतिक गलियारों में करीबी नजर रहेगी क्योंकि भारत शिकागो को स्वामी विवेकानंद की 1893 में विश्व धर्म संसद के ऐतहासिक भाषण से जोड़ा जाता है। स्वामी विवेकानंद ने यहां भारत और हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व किया था।
यूपी के मंत्री उत्तर प्रदेश के निवेश आकर्षण और निवेश के उपलब्ध अवसरों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए रोड शो सीरीज के लिए शिखर सम्मेलन के 18 भागीदार देशों का दौरा करेंगे। ।
GIS 2023 के मुख्य अतिथि होंगे पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी के शिखर सम्मेलन में मुख्य अतिथि होने की उम्मीद है, जिसमें 10,000 से अधिक हाई-प्रोफाइल प्रतिनिधि और आगंतुक शामिल होंगे। तीन दिवसीय कार्यक्रम में 20 सेक्टोरल सत्र, 18 भागीदार देश सत्र और क्यूरेटेड ड्रोन शो होंगे।
इस शिखर सम्मेलन के सभी तीन दिनों के शाम के दौरान कम से कम 30 मिनट के तीन क्यूरेटेड 3डी ड्रोन लाइट शो में 600 ‘मेक इन इंडिया’ ड्रोन के डेमो शो की योजना बनाई गई है। पर्यटकों के ठहरने के लिए 15 होटलों के साथ ही टेंट सिटी भी बनाई जाएगी। इस कवायद के लिए एक बड़ी इवेंट मैनेजमेंट एजेंसी को हायर किया जाएगा।
एक सांसद के रूप में योगी आदित्यनाथ ने पहले कंबोडिया, मलेशिया, नेपाल, सिंगापुर, थाईलैंड और यूएसए का दौरा किया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने म्यांमार और रूस का दौरा किया है। यह पहली बार होगा जब योगी आदित्यनाथ किसी खाड़ी देश का दौरा करेंगे और यूरोप जाएंगे।