कानपुर से मेयर पद की उम्मीदवार बंदना मिश्रा कांग्रेसी नेता आलोक मिश्रा की पत्नी है। उनके पति की कांग्रेस में अच्छी पैठ मानी जाती है। विधायकी का चुनाव भी लड़ चुके हैं। इस बार महिला सीट होने की वजह से उनकी पत्नी को टिकट मिल गया। वहीं अयोध्या में शैलेंद्र मणि को टिकट मिला है। उनकी पत्नी मिथलेश पांडे हैं नगर पालिका अध्यक्ष रह चुकी हैं।
आपस में भिड़े कार्यकर्ता टिकट न मिलने से नाराज कई कांग्रेसी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। कुछ कार्यकर्ताओं का कहना था कि टिकट बंटवारे में काफी धांधली हुई है। कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई है। मार-पीट में एक युवा कार्यकर्ता घायल भी हो गया जिसे बाद में अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
लखनऊ से मेयर पद के लिए कांग्रेस ने कैंडिडेट घोषित नहीं किया है। बता दें कि बीएसपी सुप्रीमो ने मेयर पद के लिए बुलबुल गोडिय़ाल को को प्रत्याशी घोषित किया है। बुलबुल फेमस वकील हैं। बुलबुल इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में प्रैक्टिस करती हैं। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलएम किया है। बुलबुल ने प्रथम महिला अतिरिक्त अधिवक्ता के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं।
बीजेपी भी जल्द जारी करेगी लिस्ट अब भाजपा के उम्मीदवारों का इंतजार है। बता दें कि आप ने प्रियंका महेश्वरी को मेयर पद का प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं सपा ने आचार्य नरेंद्र देव की पौत्रवधु मीरा तलवार वर्धन को पार्टी की ओर से मेयर पद का उम्मीदवार बनाया है।
पहली बार राजधानी को मिलेगी महिला मेयर इस बार राजधानी की मेयर सीट महिला सीट है। यहां से भाजपा के दिनेश शर्मा लगातार दो बार मेयर रहे हैं, लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्हें उप मुख्यमंत्री बना दिया गया, उसके बाद भाजपा ने कार्यवाहक मेयर बनाया। इस बार यह सीट किस के खाते में जाती है यानी कौन सी पार्टी का उम्मीदवार मेयर बनेगा यह अभी कहना मुश्किल होगा, लेकिन इतना तो तय है कि इस बार राजधानी की मेयर महिला ही होगी।