scriptप्राइमरी शिक्षकों की वेतन बढ़ाेत्तरी और प्रमोशन का तरीका बदला, कार्पोरेट अप्रेजल सिस्टम लागू | corporate appraisal system Apply on UP Primary Teacher for Increment | Patrika News
लखनऊ

प्राइमरी शिक्षकों की वेतन बढ़ाेत्तरी और प्रमोशन का तरीका बदला, कार्पोरेट अप्रेजल सिस्टम लागू

अब कॉर्पोरेट अप्रेजल सिस्टम के हिसाब से बढ़ेगी सैलरी
टीचर्स और प्रिंसिपल को इंक्रीमेंट के लिए 15 अप्रैल तक भरना होगा सेल्फ इवैल्यूएशन फॉर्म
प्वाइंटस के आधार पर ही बढ़ेगी सैलरी और होगी तरक्की

लखनऊJan 14, 2021 / 07:10 pm

रफतउद्दीन फरीद

teacher.jpg

,,

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में शिक्षकों के मनमाने काम के दिन लद गए समझिये। लापरवाह और मनमानी करने वाले शिक्षकों को अब न सिर्फ पढ़ाई करानी होगी बल्कि दूसरी एजुकेशनल और इंस्टीट्यूशनल एक्टिविटीज व खुद की अटेंडेंस से लेकर बच्चों की संख्या और उनके रिपोट कार्ड, सबकुछ का ध्यान रखना होगा। इसमें जरा सी लापरवाही उनकी तनख्वाह पर असर डालेगी। प्राइमरी शिक्षकों की वेतन बढ़ोत्तरी का पूरा सिस्टम ही बदलने जा रहा है। यूपी में अब शिक्षकों के वेतन इंक्रीमेंट में कार्पोरेट अप्रेजल सिस्टम लागू होने जा रहा है। शिक्षक अपने काम के हिसाब से खुद का इवैल्युएशन करेंगेे और उसी बेस पर उन्हें प्वाइंट्स मिलेंगे। यही प्वाइंट्स उनकी सैलरी इंक्रीमेंट और प्रमोशन का आधार बनेंगे। इस पर बेसिक शिक्षा विभाग की मुहर भी लग चुकी है।


इस सिस्टम के तहत न सिर्फ प्राइमरी शिक्षक ही आएंगे बल्कि प्रिंसिपल भी इसके दायरे में होंगे। सभी को स्व मूल्यांकन कर खुद बताना होगा कि उन्होंने कितना काम किया है। इंक्रीमेंट के लिये इन्हें 15 अप्रैल तक मानव संपदा पोटल पर जाकर सेल्फ इवैल्युएशन फाॅर्म भरना होगा। इसमें नौ मानक तय किये गए हैं। इन्हीं मानकों के आधार पर प्वाइंट्स मिलेंगे और जो प्रमोशन भी दिलाएंगे और वेतन भी बढ़वाएंगे। सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक पहले यह प्रक्रिया ऑफलाइन थी। इसे प्रखंड और जिला स्तर पर अधिकारियों द्वारा पूरा किया जाता था। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा था।


सेल्फ इवैल्युएशन फाॅर्म में नाै मानक दिये गए हैं। इन्हीं मानकों के आधार पर शिक्षकों को प्वाइंट्स दिये जाएंगे। कुल प्वाइंट्स जोड़कर उसके आधार पर वेतन बढ़ाया जाएगा। सात मानक तो शिक्षकों और प्रिंसिपल्स के लिये एक ही हैं, जबकि दो मानक केवल प्रिंसिपल के लिये अलग हैं


शिक्षकों के लिये मानक

स्कूल में उनके द्वारा किये गए नामांकन और आउट ऑफ स्कूल बच्चों की संख्या, प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भागीदारी, दीक्षा पोर्टल पर उनकी सक्रियता, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी की बैठकों में भागीदारी, छात्रों द्वारा इालइब्रेरी का इस्तेमाल के आधार पर प्वाइंट्स मिलेंगे। इसके अलावा ‘निष्ठा’ के तहत सभी प्रशिक्षणों में हिस्सा लेने वालों कोपूरे 10 प्वाइंट्स मिलेंगे।


प्रिंसिपल्स के मानक

‘कायाकल्प’ योजना के तहत स्कूल में इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं के बारे में जानकारी देनी होगी। योजना के मुताबिक 14 सुविधाएं होने पर 10 प्वाइंट्स मिलेंगे। इसके अलावा छात्रों के रिपोर्ट कार्ड जारी किये जाने के आधार पर भी 10 प्वाइंट्स मिलेंगे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो