इस तरह शुरू हुई लव स्टोरी वैलेंटाइन डे के दिन पुलिस थाना इस प्रेमी जोड़े के लिए मैट्रिमोनियल साइट बन गया। अनुराग और रोली की लव स्टोरी बड़ी खास है। हुआ यूं कि अनुराग तीन साल से छोटेलाल के घर ड्राइवर की नौकरी कर रहे थे। नौकरी करते-करते ही इस बीच उन्हें छोटेलाल की पुत्री रोली से प्रेम हो गया। दोनों का
प्यार अभी परवान चढ़ा ही था कि रोली के पिता छोटेलाल को सब पता चल गया और उन्होंने कर दिया इनकी लव स्टोरी का दी एंड।
प्रमाण लेकर भागे घर से घर वालों की जिद्द के आगे ये दोनों अलग तो हो गए लेकिन मन में एक दूजे के लिए प्यार अभी भी बरकरार था। इसलिए बिना किसी से कुछ कहे चुपचाप ये दोनों अपने बालिग होने का प्रमाण लेकर घर से निकल गए। घर से निकलने के बाद ये सीधे पुलिस कप्तान अनुराग कुलकर्णी के पास गए जहां उन्होंने पारिवारिक अड़चनों की वजह से शादी न कर पाने का कारण बताया। इसके बाद अनुराग कुलकर्णी ने पिसांवा एसओ दिनेश सिंह को निर्देश देकर कार्रवाई करने को कहा।
परिवार वालों के आशीर्वाद से संपन्न हुई शादी पिसांवा थाने में अनुराग और रोली की शादी कराई गयी। दोनों बालिग तो थे ही इसलिए कोई खास अड़चन नहीं आयी। महिला आरक्षी में दोनों की काउंसलिंग भी करवाई गयी। इनके परिवार वालों को बुलाकर काफी देर तक समझाया गया। दोनो के परिवार वालों ने इनकी प्रेम कहानी पर मुहर लगायी और फिर रीति रिवाजों के साथ दोनों की शादी संपन्न हुई।