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लखनऊ

डिफेन्स प्रोडक्शन में अव्वल होगा यूपी, लघु और मध्यम उद्यमी भी प्रोडक्शन में बनेंगे साझेदार

रक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रक्षा उत्पादन की काफी संभावनाएं हैं और उत्तर प्रदेश डिफेन्स प्रोडक्शन में अव्वल राज्य बन सकता है।

लखनऊMay 09, 2018 / 06:29 pm

Laxmi Narayan Sharma

lucknow news
लखनऊ. प्रदेश में डिफेन्स कॉरिडोर की स्थापना को लेकर उद्यमियों, सरकारी विभागों और सैन्य अफसरों की एक बैठक बुधवार को राजधानी लखनऊ में हुई जिसमें भारत सरकार के रक्षा राज्यमंत्री डॉ सुभाष रामराव भामरे और प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश महाना मौजूद रहे। इसमें डिफेन्स कॉरिडोर के रोडमैप पर चर्चा हुई और उद्यमियों से डिफेन्स कॉरिडोर को लेकर उनकी तैयारियों और रणनीति पर चर्चा हुई। उत्तर प्रदेश के 6 जनपदों में डिफेन्स कॉरिडोर का निर्माण किया जाना है, जिसमें उद्यमियों के माध्यम से निवेश और रोजगार के अवसर पैदा करने के साथ ही उपकरण निर्माण का काम बड़े पैमाने पर किया जाना है। बैठक में मौजूद रक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रक्षा उत्पादन की काफी संभावनाएं हैं और आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश डिफेन्स प्रोडक्शन में अव्वल राज्य बन सकता है।
निवेश और रोजगार की संभावनाओं पर चर्चा

उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के इस संयुक्त आयोजन में कई विभागों के अफसर मौजूद रहे। बैठक में डिफेन्स प्रोडक्शन डिपार्टमेंट के अफसर भी मौजूद रहे। डिफेन्स कॉरिडोर इन उत्तर प्रदेश विषय पर आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के कानपुर, लखनऊ, आगरा , झांसी सहित अन्य जनपदों में रक्षा क्षेत्र में रोजगार के अवसरों और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा हुई। बैठक में विभिन्न उद्यमी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे और रोजगार के अवसर पैदा करने के मद्देनजर रोडमैप पर चर्चा हुई।
लघु और माध्यम उद्यमियों की भी होगी भूमिका

कार्यक्रम में डिफेन्स कॉरिडोर की स्थापना को लेकर आने वाली समस्याओं पर भी चर्चा हुई। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में रक्षा राज्यमंत्री डॉ सुभाष रामराव भामरे ने कहा कि उत्तर प्रदेश में डिफेन्स से जुड़े प्रोडक्शन को लेकर काफी संभावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश लघु और मध्यम उद्यम का गढ़ है। इन उद्यमियों को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में जोड़कर इस कॉरिडोर को आगे बढ़ाने का काम बढ़ाया जायेगा। उत्तर प्रदेश में डिफेन्स प्रोडक्शन से जुड़े सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कई हैं लेकिन अब उद्यमियों को भी इस क्षेत्र से जोड़कर आगे बढ़ाने की जरूरत है, जिससे निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। भामरे ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रक्षा उत्पादन की काफी संभावना है और आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा डिफेन्स से जुड़े प्रोडक्शन वाला राज्य बन जाएगा।
जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया पर चर्चा

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील वैश्य ने बताया कि बैठक में 135 से अधिक लघु और मध्यम श्रेणी के उद्यमियों ने भाग लिया। इसमें उद्यमियों ने कई विषयों पर अफसरों से चर्चा की। बैठक में डिफेन्स कॉरिडोर को लेकर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पर चर्चा हुई। इसके साथ ही इस संभावना पर भी चर्चा हुई कि किस क्षेत्र में किस तरह के उत्पादन कार्यों पर विशेष रूप से काम किया जा सकता है। श्रम, परिवहन व साधनों को लेकर उपलब्ध व प्रस्तावित साधनों पर भी चर्चा हुई। इस बैठक से एक दिन पहले आगरा में बैठक आयोजित हुई जिसमें प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास, रक्षा मंत्रालय और जिला प्रशासन के अफसरों का उद्यमियों ने हिस्सा लिया था।
यूपी के 6 जिलों में बनेगा कॉरिडोर

उत्तर प्रदेश में डिफेन्स कॉरिडोर की स्थापना की बात यूपी इन्वेस्टर्स समिट के दौरान की गई थी। इसके बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 16 अप्रैल को झांसी में डिफेंस कॉरिडोर को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की थी और बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरिडोर के रोडमैप पर अफसरों से चर्चा करते हुए उद्यमियों से सुझाव मांगे थे। उत्तर प्रदेश में तैयार हो रहे डिफेन्स कॉरिडोर में झांसी, चित्रकूट, अलीगढ, आगरा, कानपुर और लखनऊ की भागीदारी रहेगी। इन जिलों में रक्षा से जुड़े उत्पादन किये जायेंगे जिसमें डिफेन्स से जुड़े छोटे बड़े उपकरणों का उत्पादन शामिल है।
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