पांच एकड़ की जमीन को लेकर फंसा पेंच, मस्जिद की जगह वहां अस्पताल बनवाने की मांग
लखनऊ. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के बाद राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। लेकिन मस्जिद के निर्माण को लेकर अब भी पेंच फंसा हुआ है। मुस्लिम पक्षकार इस असंजस स्थिति में हैं कि पांच एकड़ की जमीन लेकर कोर्ट के आदेशों का पालन किया जाए या नहीं। मुस्लिम पक्षकारों में इस सवाल को लेकर फूट भी पड़ी है कि पांच एकड़ की जमीन को खैरात माना जाए या नहीं। इस बीच मोमिन अंसार सभा ने पांच एकड़ की जमीन पर मस्जिद की जगह कुछ और ही बनाने की मांग की है।
सभा के अध्यक्ष मोहम्मद अकरम का कहना है कि पांच एकड़ की जमीन पर बाबरी मस्जिद के मुद्दई हाशिम अंसारी की याद में अस्पताल बनना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मंदिर तोड़कर बाबरी मस्जिद का निर्माण होने के झूठ के सहारे सांप्रदायिक हिंसा फैलाने वाले उन्मादी बेनकाब हुए हैं। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से मांग की कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी जाने वाली पांच एकड़ जमीन पर बाबरी मस्जिद के मुददई रहे हाशिम अंसारी की याद में अस्पताल का निर्माण कराया जाए। इसका तर्क उन्होंने बताया कि हाशिम अंसारी ने 1949 से 20 जुलाई 2016 तक अपनी पूरी जिंदगी बाबरी मस्जिद के लिए संघर्ष करने में गुजारी दी। उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में मस्जिद कि जरूरत हुई तो कहीं भी जमीन खरीद कर मस्जिद बनवा सकते हैं।