बता दें कि शुक्रवार 18 अक्टूबर को कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में गुजरात से तीन को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, यूपी से दो अन्य को भी हिरासत में लिया गया है। जिन तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है उनके नाम मौलाना मोहसिन शेख सलीम है, जो सूरत का रहने वाला है। यह साड़ी की दुकान पर काम करता है। वहीं, दूसरा फैजान है और ये भी सूरत का रहने वाला है। यह सूरत के जिलानी अपार्टमेंट में रहता है और जूते की दुकान पर काम करता है। वहीं, तीसरा शख्स 23 वर्षीय रशीद अहमद पठान है। इसके अलावा यूपी पुलिस बिजनौर को दो मौलानाओं की इस केस से जुड़ी भूमिका पर भी गौर कर रही है।
2015 में कही बात बनी हत्या की वजह डीजीपी के अनुसार, कमलेश तिवारी द्वारा 2015 में दिया गया बयान ही उनकी हत्या की वजह बना। उन्होंने 2015 में पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान था जिसपर काफी विवाद हुआ था। इस मामले में कमलेश तिवारी को गिरफ्तार भी किया गया था। तब उनपर रासुका के तहत कार्रवाई हुई थी और वे जमानत पर बाहर चल रहे थे। लेकिन कमलेश के बयान से आहत मौलाना अनावरुल हक ने उसकी हत्या कर 51 लाख का इनाम घोषित किया था।