लखनऊ

चुनाव आयोग एक्शन में, बढ़ते कोरोना और विधानसभा चुनाव को लेकर स्वास्थ्य सचिव संग 27 दिसंबर को बड़ी बैठक

कोरोना नए वेरिएंट ओमिक्रोन तेजी सभी के लिए गंभीर है। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने सचेत करते हुए कहाकि, जनवरी में तीसरी लहर आने की आशंका है। फरवरी में इसका पीक आ सकता है। अब सोचने की बात यह कि, विधानसभा चुनाव अगले साल हैं। कोरोना के वक्त विधानसभा चुनाव पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपनी चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री मोदी और चुनाव आयोग से चुनाव टालने का आग्रह किया। इसी को देखते हुए 27 दिसंबर को चुनाव आयोग, स्वास्थ्य सचिव के साथ बैठक करेगा।

लखनऊDec 24, 2021 / 11:52 am

Sanjay Kumar Srivastava

चुनाव आयोग एक्शन में, बढ़ते कोरोना और विधानसभा चुनाव को लेकर स्वास्थ्य सचिव संग 27 दिसंबर को बड़ी बैठक

लखनऊ. एक तरफ यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की उलटी गिनती शुरू हो गई तो कोराना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का प्रभाव भी देश में बढ़ रहा है। कोरोना नए वेरिएंट ओमिक्रोन की गंभीरता को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपनी चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री मोदी और चुनाव आयोग से चुनाव टालने का आग्रह किया, कहाकि- जीवन रहा तो रैलियां और सभाएं होती रहेंगी। इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाते हुए चुनाव आयोग भी सतर्क हो गए है। कोरोना के वक्त में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग 27 दिसंबर को स्वास्थ्य सचिव के साथ कोरोना वायरस के हालात में बैठक करेगा। इस वक्त देश में जानलेवा कोरोना वायरस के खतरनाक ओमिक्रोन वेरिएंट से अबतक 341 लोग संक्रमित हो चुके हैं। यूपी में भी ओमिक्रोन केस पाए गए हैं।
देश में कोरोना के खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर का सामना न करना पड़े इसीलिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग से अपील की है कि, रैलियों पर रोक लगाई जाए और चुनाव टालने पर भी विचार किया जाए। आने वाले साल में देश के यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव 2022 होने वाले हैं। उत्तर प्रदेश को लेकर अधिक चिंता है क्योंकि बड़ी जनसंख्या होने की वजह से चुनावी रैलियों में जमकर भीड़ नजर आती है।
1) यह भी पढ़ें : संविधान का अनुच्छेद 21 हमें जीवन का अधिकार प्रदान करता है, संभव हो तो दो महीने के लिए टाल दें चुनाव’: इलाहाबाद हाईकोर्ट

इलाहाबाद हाईकोर्ट की चिंता इन शब्दों में समझें :-
विधानसभा चुनाव की वजह से तीसरी लहर फैलने से रोकें।
राजनीतिक पार्टियों की भीड़ वाली रैलियों पर रोक लगाएं।
रैलियों और चुनावी सभाएं रोकने के लिए कड़े कदम उठाए।
प्रधानमंत्री चुनाव टालने पर भी विचार करें, जान है तो जहान है।
जीवन रहेगा तो चुनावी रैलियां और सभाएं होती रहेंगी- हाई कोर्ट।
2)
यह भी पढ़ें

सावधान: उत्तर प्रदेश में बढ़ने लगी कोरोना संक्रमितों की संख्या, प्रदेश में सक्रिय केसों की संख्या हुई


पीएम मोदी ने बैठक की :- कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की है। और देशवासियों को भी सावधान और सतर्क रहने की सलाह दी है।
जनवरी में तीसरी लहर आने की आशंका : प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल

आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर पद्मश्री मणींद्र अग्रवाल ने कहाकि, ओमिक्रॉन के खतरे को टाला नहीं जा सकता। केवल इससे सचेत रहने की जरूरत है। जनवरी में तीसरी लहर आने की आशंका है। फरवरी में इसका पीक आ सकता है। सावधानी बरतें। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। इसी से ओमिक्रॉन से बचा जा सकता है।
कोरोना गाइडलाइन का पालन न करने वालों को खतरा अधिक : मणींद्र अग्रवाल

प्रोफेसर पद्मश्री मणींद्र अग्रवाल का दावा है कि, वैक्सीन न लगवाने वालों, गाइडलाइन का पालन न करने वालों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों के लिए कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का संक्रमण होने का खतरा अधिक है। अपने गणितीय मॉडल सूत्र के माध्यम से अध्ययन कर प्रो. मणींद्र ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन और डेनमार्क जैसे देशों के आंकड़ों से पता चला है कि जिन देशों में नेचुरल इम्युनिटी है, उनमें अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम है। कहा कि ब्रिटेन में नेचुरल इम्युनिटी कम है। इस वजह से वहां ओमिक्रॉन का असर अधिक है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.