बैठक में मंत्रियों के कामकाज को लेकर भी चर्चा हुई वहीं 2019 के चुनाव पर भी फोकस डाला गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पहले की संकेत दे दिया है कि ऐसे मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा जिनका कामकाज संतोषजनक नहीं है। ऐसे में 15 से 20 मंत्रियों की छुट्टी होना तय माना जा रहा है। कई मंत्रियों को संगठन में भेजने की तैयारी है तो कई युवा चेहरे को संगठन से सरकार में लाने की तैयारी है। वहीं कुछ राज्यमंत्रियों को उनके कार्यों को देखते हुए उनका प्रमोशन भी हो सकता है।
इसलिए युवा चेहरे
सूत्रों की माने तो योगी मंत्रिमंडल में युवाओं को तरजीह देने की बात सामने आ रही है। ऐसा इसलिए कि युवा नेता अधिक से अधिक समय अपना क्षेत्र में दे सकें और केंद्र की मोदी सरकार की योजनाओं को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा सकें। संगठन से ऐसे चेहरों को मंत्रिमंडल में लाने की चर्चा है जिनकी साफ सुथरी छवि और जनता में अच्छी पकड़ हो। बैठक में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत मंत्रिमंडल के लगभग सभी मंत्री मौजूद रहे।