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LDA: 45 मिनट में जल कर ख़ाक हुए करोड़ों के दस्तावेज़, जांच के रडार पर थी कई फाइलें एक महीने के भीतर आग लगने की ये दूसरी घटना है। दोपहर 3:30 बजे एलडीए के गोमतीनागर कार्यालय की पुरानी बिल्डिंग में जीने के नीचे अचानक आग की लपटें निकलने लगीं। कर्मचारियों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया और सभी बाहर भागे। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंची।
अधिकारियों का कहना है कि आग ग्राउंड फ्लोर पर जीने के नीचे पड़े कूड़े में लगी थी। इस घटना के बाद आग लगने से एलडीए के आग से निपटने के तमाम सवाल खड़े होने लगे हैं ।
एलडीए सचिव जयशंकर दुबे ने कहा कि आग से किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। आग सीढ़ी के नीचे पड़े कूड़े में लगी थी। बिजली पैनल न होने से कोई बड़ी घटना होने से बच गयी। अनुमान है कि किसी कर्मचारी ने बीड़ी या सिगरेट का जलता हुआ टुकड़ा फेंका था जिसके चलते आग लग सकती है ।
ये भी पढ़ें – Patrika Impact- रुकी सुरक्षा के नाम पर हर महीने हो रही 37 लाख की गड़बड़ी बताते चलें कि 14 अक्टूबर को सुबह सूर्य उदय से पहले एलडीए के चौथी फ्लोर पर रिकॉर्ड रूम में आग लगी थी। उस दौरान कई फाइलें जली लेकिन एक महीना बीतने के बाद भी कोई दोषी पकड़ा नहीं गया।