क्या है पूरा मामला वृंदावन की रहने वाली एक सैनिक की बेटी अपनी मां के साथ घर जा रही थी। बैरिकडिंग से एक सिपाही को निकलता देख वह भी निकलने लगी, जिसपर दरोगा ने उसे रोकने की कोशिश की। इस बात पर युवती और दरोगा की बहस हुई, जिसमें बीच चौराहे चौकी के सामने युवती ने दरोगा को थप्पड़ जड़ दिए। यह देख राहगीरों और स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठ हुई। जबतक लोग बीच-बचाव करते, तब तक युवती ने दरोगा की वर्दी भी फाड़ दी थी। अपने बचाव में युवती ने कहा कि पहले दरोगा ने उसे थप्पड़ मारा था।
झूठा केस दर्ज करवाने की धमकी अपने बचाव में दरोगा ने अफसरों को फोन कर घटना की सूचना दी। चौकी प्रभारी आरजेसी गौतम का कहना है कि मां-बेटी झूठा केस दर्ज करवाने की धमकी देने लगी। धमकी से डर कर दरोगा ने युवती के खिलाफ तहरीर नहीं दी।
बचाव में युवती ने कही यह बात दरोगा को थप्पड़ मारता देख लोगों की भीड़ जुट गयी। इस घटना में अपने बचाव में युवती ने कहा कि पहले दरोगा ने उसे थप्पड़ मारा था। उसने उन्हें धक्का दिया था, जिससे कि वह युवती और उसकी मां गिर गयी थीं। तभी पलटकर उसने भी दरोगा को थप्पड़ मारा। हालांकि, सीओ कैंट तनु उपाध्याय का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में दरोगा के युवती को थप्पड़ मारने जैसी कोई फुटेज नहीं है। युवती ने दरोगा को थप्पड़ मारा था, जिसका वीडियो लोगों ने अपने मोबाइल से शूट किया था।