इस दौरान स्कूल परिसर में कृत्रिम बारिश की व्यवस्था की गई, जिसमें बच्चों को बारिश की बौछारों का आनंद लेने का अवसर मिला। छोटे-छोटे बच्चों को बारिश की बूंदों के बीच रंग-बिरंगे छातों, और रेनकोट के साथ खेलते देखना बहुत ही सुखद था। नीले और सफेद रंग के ड्रेस पहने छात्र- छात्राएं रंग-बिरंगे छाते और बरसाती से आकर्षण का केंद्र रहे। टीचर्स ने कहानी के माध्यम से बच्चों को वर्षा ऋतु के महत्व से रूबरू कराया और कहा कि हमें मिट्टी, जल, पृथ्वी व वायु आदि प्राकृतिक तत्वों का संरक्षण करना चाहिए।
यह आयोजन विशेष रूप से प्री-प्राइमरी सेक्शन के लिए आयोजित किया गया था, ताकि बच्चों को मानसून मौसम की जानकारी एक मनोरंजक तरीके द्वारा दी जाये I स्कूल ने कृत्रिम बारिश का उत्पादन करने के लिए स्प्रिंकलर लगाए थे ताकि बच्चों को मानसून की वास्तविक अनुभूति हो सके। बच्चों ने अपने स्विमिंग सूट पहन कर डांस किया और कई खेल खेले । वह उत्साह से चिल्ला रहे थे और कूद रहे थे, और पानी की धीमी धीमी फुहारों के बीच जम कर डांस कर रहे थे।
न केवल बच्चों बल्कि सभी शिक्षकों ने अपने बचपन की शानदार यादों को ताजा किया। बारिश के डांस के बाद, छोटे गोएंकंस ने अपने पसंदीदा स्नैक्स का आनंद लिया। सभी विद्यार्थिओं ने वर्षा ऋतु सम्बंधित गतिविधियों में भाग लिया।
ग्रेड 2 के छात्रों ने वर्षा ऋतु से संबंधित कुछ शब्दों को लिखकर अपनी शब्दावली को बढ़ाया। शिक्षकों ने छात्रों को बारिश के मौसम में बरती जाने वाली सावधानियों से भी अवगत कराया। रोज़ के दिनों और गतिविधियों से अलग ये ‘रेन डांस’ पार्टी बच्चों के लिए मस्ती का खज़ाना लेकर आई।