मृतक अमरेश तिवारी पुत्र राजेश्वरी प्रसाद तिवारी उम्र 16 वर्ष निवासी ग्राम चढ़ौवा मजरे रामा तिवारी पुरवा के बस से गिरने पर हुई मौत का मामला संदिग्ध बताया जा रहा है। मृतक के भाई अखिलेश तिवारी के बताये अनुसार मामले में अब तक जो खुलकर सामने आया है वो चैंकाने वाला है। उसका आरोप है कि उसके भाई ने अस्पताल पहुंचाने के दौरान पूछताछ करने पर बताया था कि वो रोडवेज बस से खुद नहीं गिरा था, बल्कि बस के कंडेक्टर ने दारु के नशे मे उसे बस के नीचे धक्का दे दिया था। मरने से पहले मृतक का कहना था कि गोण्डा रोडवेज बस से वजीरगंज बाजार आते समय जब उसने कंडेक्टर को 50 रुपये दिए तो कंडेक्टर ने रुपये तो रख लिए मगर न ही टिकट काटा और न ही बाकी के रुपये दिए। इसके बाद अचलपुर के पास जब उसने कंडेक्टर से टिकट व रूपए मांगे तो कंडेक्टर आग बबूला हो गया और कहने लगा कि तुमने अभी टिकट के रुपये दिया ही नहीं, जिसका विरोध करने पर कंडेक्टर ने उसे बस से धक्का दिया। इसी बीच दरवाजे में शर्ट फंस जाने से वह नीचे गिरकर बुरी तरह घायल हो गया। जबकि रात का फायदा उठाकर सभी के नजरों से बचकर रोडवेज बस चम्मपत हो गयी। मौके पर पहुंची डायल 100 व लोगों की मदद से घायल अवस्था मे अमरेश को एम्बुलेंस द्वारा सी.एच.सी वजीरगंज भेजवाया गया, जहाँ चिकित्सा अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि बुरी तरह से घायल होने के कारण बचाना मुश्किल था। इसलिए युवक को बेहतर इलाज के लिए गोण्डा रिफर करना पड़ा। बताते चलें कि गोण्डा पहुँचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। इस बाबत में वजीरगंज एस. ओ विनय सरोज से जब बात हुई तो उन्होंने वहां डायल 100 के पहुँचने की बात बताते हुए, प्रकरण के तहरीर के बारे में बताया कि अभी तक परिजनो ने हमें प्रकरण की तहरीर नहीं दी है।
नवरात्रि की खुशियां हुई मातम में तब्दील
ग्राम चढ़ौवा के रामा तिवारी मे दिनांक 24 सितम्बर की शाम को अमरेश के परिजन आपस में नवरात्रि के पर्व की खुशियां साँझा कर रहे थे कि अचानक उन्हे शाम 7.30 बजे अमरेश के मौत की खबर मिली, जिसे सुनते ही सारी खुशियां काफूर हो गई और देखते-देखते खुशियों का माहौल मातम में बदल गया।