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लखनऊ

मोदिज्म के मायने पुस्तक का राज्यपाल राम नाइक ने किया विमोचन

बुधवार को प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने युवा लेखक दीपक के एस और डॉ संघमित्रा मौर्य लिखित पुस्तक मोदिज्म के मायने का विमोचन किया।

लखनऊSep 13, 2017 / 08:29 pm

Laxmi Narayan

Modizm ke mayne
लखनऊ. राजधानी लखनऊ के विश्वेसरैया सभागार में बुधवार को प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने युवा लेखक दीपक के एस और डॉ संघमित्रा मौर्य लिखित पुस्तक मोदिज्म के मायने का विमोचन किया। विमोचन समारोह में उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, प्रदेश सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, मंत्री धर्म सिंह सैनी, मंत्री मन्नू कोरी सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता व अन्य लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि नरेंद्र मोदी का देश का प्रधानमंत्री बनना बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर और पंडित दीन दयाल उपाध्याय की सोच के साकार होने की तरह है। आज एक पिछड़े समाज का व्यक्ति प्रधानमंत्री और दलित समाज का व्यक्ति राष्ट्रपति के पद पर आसीन है। यह बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की विचारधारा और उनके योगदान के कारण संभव हो सका है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण पूरी दुनिया में देश का मान बढ़ा है।
विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने भारत की जनता को इस तरह प्रभावित किया कि पूरे देश में उनके नाम की आंधी चली। दीक्षित ने कहा कि लिखने के लिए पढ़ना बहुत जरुरी है। आज एक तरह से हर व्यक्ति लेखक है। कोई फेसबुक पर लिख रहा है, कोई ट्विटर पर लिख रहा है तो कोई वाट्सप पर लिख रहा है। उन्होंने कहा कि इन सब पर लिखना और किताब लिखने में अंतर है। दीक्षित ने कहा कि वे वाट्सप चलाना अभी तक नहीं जानते हैं।
प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने कहा कि दीपक और संघमित्रा की पहली किताब होने के हिसाब से यह दोनों लेखकों को लेकर उम्मीद जताती है। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने मोदिज्म शब्द को समझने की कोशिश की तो इसका मतलब समझ आया। दरअसल यह किताब इसी बात को समझाने की कोशिश है कि मोदिज्म का मतलब क्या है। नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद जिस तरह अमेरिका ने खुद पहल कर उन्हें वीजा दिया और उनके प्रयास से योग को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का दर्जा मिला, यह उल्लेखनीय बात है। राम नाइक ने कहा कि कार्यक्रम में शामिल होने के पहले वे सोच रहे थे कि कहीं इसे राजनैतिक कार्य्रकम मानकर टिप्पणी न किया जाए।
राज्यपाल ने इस मौके पर एक संस्मरण बताते हुए कहा कि मैं एक बार डॉ राम मनोहर लोहिया की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने गया तो वहां सपा का कार्यक्रम चल रहा था। नेताजी ने मुझे अपने कार्यक्रम में आमंत्रित किया। मैं उन्हें यह सोचकर मना नहीं कर सका कि जिसे श्रद्धांजलि देने आया हूँ, ये लोग उनके अनुयायी है। उस कार्यक्रम में नेताजी ने मुझसे प्रोफेसर राम गोपाल की पुस्तक का विमोचन करने को कहा। मैंने पुस्तक के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि यह पुस्तक डॉ राम मनोहर लोहिया की जिंदगी पर आधारित है। मैंने उस पुस्तक का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए लेखक दीपक ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का 2014 में सत्ता में आना अपने आप में एक बड़ी घटना थी। इसके बाद लगातार कई प्रदेशों में उनके नेतृत्व में भाजपा को जीत मिली और उनको रोकने की भी कोशिश हुई लेकिन उत्तर प्रदेश में 2017 में विधान सभा चुनाव में मिली जीत ने साबित कर दिया कि अभी मोदी का जादू बरकरार है। उनके असर के कारणों को रेखांकित करने की कोशिश इस पुस्तक में की गई है। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की पुत्री और लेखिका डॉ संघमित्रा मौर्य ने कहा कि पुस्तक देखने में भले ही एकपक्षीय प्रतीत हो रही हो, लेकिन जब पाठक इस किताब को पढ़ेंगे तो उन्हें उनके सारे सवालों के जवाब मिलेंगे।

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