मुख्यमंत्री ने यह फार्मूला अपना रखा है ‘जनता के नाम जो समाजवादी पार्टी का काम, बस उसे कर लेना है अपने नाम..।अखिलेश ने मंगलवार को कहा कि समाजवादी सरकार ने कैंसर अस्पताल बनवाया। अब जब बिदाई की बेला आ गई है तो मुख्यमंत्री और लखनऊ के सांसद व रक्षामंत्री समाजवादी सरकार के काम पर अपने नाम का पत्थर लगवा रहे हैं। सुपर स्पेशियलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट एण्ड हास्पिटल का लोकार्पण वास्तव में समाजवादी सरकार के समय हो चुका था, अब उसी का पुनः लोकार्पण भाजपा सरकार में करने की क्या जरूरत है? साढ़े तीन वर्ष में ये सिर्फ ओपीड़ी चालू कर रहे हैं। अपनी कमी छुपाने के लिए यह नया कारनामा हैं।
भाजपा नेतृत्व यह नहीं भूले कि जनता भी सच जानती और पहचानती है।जैसे ही विधानसभा चुनाव 2022 की घड़ी आएगी, वह अपने मतों से दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी। समाजवादी पार्टी की सरकार के कामों पर भाजपा झूठे मुलम्मे लगाकर जनता को धोखा नहीं दे पाएगी। झूठ टिकता नहीं और सच छुपता नहीं, यह एक शाश्वत यथार्थ है।
अखिलेश ने कहा कि कमजोरों पर भाजपा सरकार की दहशतगर्दी इतनी बढ़ी हुई है कि लोग विधान भवन के सामने ही आत्मदाह करने को मजबूर हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने मान लिया है कि उनकी सरकार के दिन गिने-चुने रह गए हैं। हर मोर्चे पर विफलता के नाते वे आगामी आम चुनाव में टिक नहीं पाएंगे इसलिए इन दिनों वे बिहार में चुनाव प्रचार में लग गए हैं। न यहां रहेंगे, न जनता की चीख पुकार सुनाई देगी।