लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद में सबसे अधिक है प्रकोप रिसर्च सोसायटी फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इण्डिया के यूपी चैप्टर के सचिव प्रोफेसर नरसिंह वर्मा ने बताया कि पूरी दुनिया में 42 करोड़ से अधिक लोग मधुमेह की चपेट में आ चुके हैं जिनमें से 73 लाख लोग भारत में हैं। उत्तर प्रदेश में मधुमेह का प्रसार लगभग दस प्रतिशत है और प्री डायबिटीज लगभग 13 प्रतिशत है। उत्तर प्रदेश में हुए अध्ययन में सामने आया है कि लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद में मधुमेह का प्रकोप सबसे अधिक है। देवरिया और फैजाबाद पर मधुमेह का असर सबसे कम है।
मधुमेह विजय अभियान की होगी शुरुआत प्रोफेसर वर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में प्री डायबिटीज की स्थिति बेहद भयावह रूप ले चुकी है, जिन्हें प्रयास कर डायबिटीज का रूप लेने से रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि रिसर्च सोसायटी फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इण्डिया के उत्तर प्रदेश शाखा के चेयरमैन व अन्य सक्रिय सदस्यों के सहयोग से मधुमेह विजय नामक एक बहुआयामी कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया है, जिसे जल्द ही शुरू किया जाएगा। इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर विद्यार्थियों के वजन और शारीरिक पैरामीटर की जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही उन्हें भविष्य में बीमारियों से बचने के टिप्स दिए जायेंगे।