डाॅ. जगदीश ने अपने पत्र के माध्यम से राष्ट्रपति ट्रम्प से अनुरोध किया है कि उन्होंने विश्व में एकता और शांति लाने के लिए जो वायदें किये थे उसे पूरा करें जो कि उन्होंने 15 दिसम्बर 2015 को अमेरिकी मतदाताओं को सम्बोधित करते हुए लास बेगास (अमेरिका) में कहा था कि ‘मैं दुनियां में एकता और शांति स्थापित करुंगा’ । उन्होंने पोप से वेटिकन में वायदा किया था कि ‘मैं विश्व में शान्ति स्थापित करने के लिए अब और भी अधिक दृढ़ संकल्पित हूं।’
इंटरनेशनल रिलेशन्स की हेड शिशिर श्रीवास्तव ने बताया कि डाॅ. जगदीश गांधी ने अपने पत्र में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से दुनियां को एकजुट करने की अपील की है। डाॅ. गांधी ने राष्ट्रपति ट्रम्प के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तरी कोरिया के शासक किम जोंग के साथ दोस्ती करके दुनियां को परमाणु-युद्ध की विभषिका से बचा लिया तथा इस प्रकार से उन्होंने एक ऐतिहासिक उदाहरण प्रस्तुत किया है। पिछले दो विश्व युद्धों में दुनियां को बहुत बड़ा नुकसान पहले ही हो चुका है। अब अगर तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो वह एक परमाणु-युद्ध होगा और मानवता का अंत हो जायेगा।
बातचीत में डॉ. गांधी ने बताया कि अमेरिका के पिछले तीन राष्ट्रपतियों ने पूर्णतया विश्व शान्ति के सफल प्रयास किये थे। लीग आॅफ नेशन्स की स्थापना प्रथम विश्वयुद्ध के बाद तत्कालीन अमेरिका के राष्ट्रपति वुडरो विल्सन के प्रयासों से हुई, ताकि मानवजाती को दूसरे विश्वयुद्ध की विभीषिका का सामना न करना पडे़ लेकिन दुर्भाग्यवश 1939 में द्वितीय विश्वयुद्ध शुरू हो गया और इसकी समाप्ति के बाद तत्कालीन अमेरिका के राष्ट्रपति फ्रेकलिन डी0 रूजवेल्ट के प्रयासों से 1945 में यू0एन0ओ0 की स्थापना हुई ताकि अब ऐसी विभीषिका की पुनरावृत्ति न हो। अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने मार्शल प्लान के माध्यम से 13 बिलियन डाॅलर्स की आर्थिक सहायता द्वारा 28 देशों की यूरोपियन यूनियन व यूरोपियन पार्लियामेन्ट बनी जिससे यूरोपियन युद्ध रूक गया तथा यूरोप का आर्थिक विकास सम्भव हो पाया।
डाॅ.गांधी ने पूर्व विश्व नेताओं का हवाला देते हुए विश्व एकता स्थापित करने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प की प्रतिबद्धता की सराहना की। तथा उनसे आग्रह किया है कि वे विश्व के सभी राजनेताओं की बैठक बुलाये तथा विश्व एकता स्थापित करके दुनियां के 2.5 अरब बच्चों और आगे जन्म लेने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा करें। सिटी मोन्टेसरी स्कूल माननीय ट्रम्प से सकारात्मक पहल की प्रतिक्षा कर रहा है और एक स्थिर और प्रभावी वैश्विक लोकतंत्र (विश्व संसद) बनाने का आग्रह करता है।