उसके आधार पर मेरा दावा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी से भाजपा साफ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसान विरोधी है। सीटों के बारे में क्या बात हुई के जवाब में जयंत चौधरी ने कहा कि सीटों को लेकर कोई बात नहीं हुई। सीटों की बात उतनी महत्वपूर्ण नहीं है जितना अहम सवाल विश्वास का और साथ का है।
उन्होंने कहा कोई जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है हमने उपचुनाव में जैसे कैराना में एक दूसरे से अच्छा तालमेल करके भाजपा को हराया था वैसे 2019 में भी हराएंगे। जयंत के करीबी सूत्रों की माने तो मायावती-अखिलेश का गठवन्धन राष्ट्रीय लोकदल को चार सीट देने को तैयार हो गयी है।
चौधरी अजीत सिंह मुजफ्फरनगर, जयंत चौधरी बागपत, हाथरस और मथुरा भी रालोद के खाते में गयी है। मथुरा से रालोद अपना प्रत्याशी उतरेगा जबकि हाथरस से सपा के चुनाव चिन्ह से रालोद प्रत्याशी उतारने की बात हो रही है।हालांकि जब इस संदर्भ में बहुजन समाज पार्टी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उत्तर मिला कि जब जरूरत महसूस होगी तो बहन जी अपना पक्ष प्रेस बुला कर रख देंगी।