scriptविकास दूबे का गुर्गा 50 हजार का इनामी शशिकांत गिरफ्तार : एडीजी प्रशांत कुमार | Kanpur Encounter UP ADG Prashant Kumar Vikas Dubey Shashikant Arrested | Patrika News

विकास दूबे का गुर्गा 50 हजार का इनामी शशिकांत गिरफ्तार : एडीजी प्रशांत कुमार

locationलखनऊPublished: Jul 14, 2020 01:14:16 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

यूपी के एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि इस मामले में किसी निर्दोष को न तो फंसाया जाएगा और न ही दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा जाएगा।

विकास दूबे का गुर्गा 50 हजार का इनामी शशिकांत गिरफ्तार : एडीजी प्रशांत कुमार

विकास दूबे का गुर्गा 50 हजार का इनामी शशिकांत गिरफ्तार : एडीजी प्रशांत कुमार

कानपुर. कानपुर एनकांउटर पर यूपी एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने मंगलवार को कहाकि बिकरू गांव में 2—3 जुलाई को आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर उनके हथियार लूट लिए गए थे। इस घटना को अंजाम देने के लिए 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है। जिसमें से चार आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। और मुख्य आरोपी विकास दूबे सहित छह मुठभेड़ में मार गिराए गए हैं।
एके 47 और इंसास रायफल बरामद :- यूपी एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने आज कानपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि यूपी एसटीएफ ने कानपुर शूटआउट मामले में फरार 50 हजार रुपए इनामी शशिकांत पांडे को गिरफ्तार कर लिया है। शशिकांत, विकास दूबे के मामा प्रेमप्रकाश पांडे का बेटा है, जो 3 जुलाई की सुबह पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। इससे पहले एसटीएसफ ने ग्वालियर से शशिकांत के दो मददगारों को भी हिरासत में लिया था। यूपी पुलिस ने शशिकांत की निशानदेही पर गैंगस्टर विकास दुबे के घर से दो एके 47 और 17 कारतूस बरामद किए हैं। आरोपी ने अपने घर में भी इसांस राइफल, 20 जिंदा कारतूस छिपा रखे थे।
शशिकांत गिरफ्तार :- एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि मंगलवार तड़के एसओजी टीम, शिवराजपुर पुलिस और रेलवे बाजार पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इनामी बदमाश शशिकांत को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में शशिकांत ने खुलासा किया कि पुलिस से लूटे गए सभी असलहे विकास के घर में छिपाए गए थे। उन्होंने बताया कि चौबेपुर थाने के तत्कालीन इंचार्ज और एसआई के खिलाफ भी केस दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में जो भी कार्रवाई होगी, नियम और कानून के अनुसार होगी।
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा :- यूपी के एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि जांच में क्षण-क्षण विवेचना बदलती रहती है, जो भी तथ्य सामने आ रहे हैं, उसी के अनुरूप आगे की कार्रवाई की जा रही है। जांच का दायरा बहुत बड़ा है। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि इस मामले में किसी निर्दोष को न तो फंसाया जाएगा और न ही दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा जाएगा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का सच :- कानपुर मुठभेड़ में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि 3 जुलाई को बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों को मारने के लिए धारदार हथियार और बंदूक का इस्तेमाल किया गया था। सर्कल ऑफिसर देवेंद्र मिश्रा को चार गोली लगी थी। इसके अलावा, यह पता चलता है कि सभी गोलियों को पॉइंट ब्लैंक रेंज से मारी गई थी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो